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संस्कृति के विरासत हैं मेले: भंडारी

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: जन्माष्टमी पर आयोजित तीन दिवसीय लक्ष्मी नारायण पर्यटन विकास मेला किमोली में

By Edited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 07:20 PM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 07:20 PM (IST)
संस्कृति के विरासत हैं मेले: भंडारी

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: जन्माष्टमी पर आयोजित तीन दिवसीय लक्ष्मी नारायण पर्यटन विकास मेला किमोली में प्रदेश के कृषि मंत्री राजेन्द्र भंडारी ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण अंचल की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से कर रही है और इसके लिए यातायात, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि पौराणिक मेलों से स्थानीय संस्कृति जीवंत रहती है और भविष्य में मेले को बदरीनाथ मंदिर समिति से जोड़ने के प्रयास कर भव्य मनाने के प्रयास होगें। इस मौके पर विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ.एपी मैखुरी ने कहा कि कपीरी क्षेत्र में सरकार से किए वायदों पर अमल शुरू हो गया है और मुख्यमंत्री की अधिकांश घोषणाओं को पूरा करने का प्रयास जारी है। इस मौके पर स्थानीय शिक्षण संस्थाओं, महिला व युवक मंगल दलों सहित ग्रामीणों ने मंदिर में विशेष पूजा मे भाग लेकर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मेला समिति अध्यक्ष खिलदेव सिंह रावत ने सभी आगंतुक अतिथियों का स्वागत कर स्थानीय समस्याओं का ज्ञापन कृषि मंत्री को सौंपा। मंदिर के पुजारी गोपालदत्त ने बताया कि इस मौके पर धनसारी गांव से लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर तक श्रीकृष्ण भगवान की भव्य झांकी निकाली गयी और लोगों ने मंदिर में आयोजित पूजा में भाग लिया। उधर मेले की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में ग्वालदम कला मंच के रंगकर्मियों ने कृष्ण भगवान के भजन-कीर्तन की मनमोहक प्रस्तुति देकर माहौल भक्तिमय बनाया तो जयनंदा कला मंच, श्रीनगर उत्सव ग्रुप व स्थानीय रंगकर्मियों व महिला व युवक मंगल दल का पांडव नृत्य, स्कूली बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये वहीं मेले में स्वास्थ्य विभाग व समाजकल्याण विभाग द्वारा योजनाओं की जानकारी मेलार्थियों को दी गयी।

इस मौके पर नरेन्द्र सिंह भंडारी, मनमोहन सिंह, राजा चौहान, हरीश चौहान, रणजीत सिंह, राजा चौहान, पुष्कर रावत, विक्रम पंवार, लक्ष्मण पटवाल, उत्तम तोपाल, भजन सिंह, राजेन्द्र सिंह, महिपाल सिंह, गुड्डी देवी सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।


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