गाय की सेवा कर दी नई जिंदगी
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : हल्दापानी की सेवानिवृत्त शिक्षिका कमला सेमवाल (77 वर्ष) कई वर्षो से गो सेवा
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : हल्दापानी की सेवानिवृत्त शिक्षिका कमला सेमवाल (77 वर्ष) कई वर्षो से गो सेवा कर रही हैं। पिछले महीने लावारिस घूम रही घायल गाय की सेवा कर उन्होंने अब भला-चंगा कर दिया है। इसके अलावा पशुओं से उन्हें विशेष लगाव भी है। पशुओं की सेवा कर वो समाज के लिए मिसाल बनी है।
दरअसल एक माह पूर्व हल्दापानी में आवारा घूम रही गाय को वाहन चालक ने कुचल दिया था। इस दुर्घटना में गाय का एक पैर पूरी तरह से खराब हो गया। तकरीबन एक सप्ताह तक गाय घायलावस्था में ही सड़क के किनारे पड़ी रही। इधर से गुजरने वाले राहगीरों ने भी इसकी सुध नहीं ली। मूल रूप से अगस्त्यमुनि रुद्रप्रयाग के टेमरिया गांव की रहने वाली और वर्तमान में गोपेश्वर के हल्दापानी निवासी कमला सेमवाल को पड़ोसियों ने घायल गाय के बारे में जानकारी दी। कमला देवी तुरंत गाय के पास पहुंच गई। कमला का कहना है कि उन्होंने पहले स्थानीय लोगों से घायल गाय की मदद करने का आह्वान किया, लेकिन कोई आगे नहीं आया। इसके बाद उन्होंने पशुपालन विभाग को दूरभाष पर इसकी जानकारी दी। पशुपालन विभाग के चिकित्सक व कर्मचारी दो दिनों तक घायल गाय की सुध लेने नहीं आए। कमला का कहना है कि इसके बाद उन्होंने स्वयं एक स्थानीय क्लीनिक से पट्टी व दवाएं खरीदकर गाय के पैर का इलाज शुरू किया। कमला तब से लेकर आज तक सुबह शाम गाय की मरहम पट्टी करना नहीं भूलती। इसके अलावा अपने बाड़े से हरा चारा, घर से रोटी व अन्य भोजन बनाकर भी वह हमेशा समय पर गाय को खिलाने जरूर पहुंचती हैं। उनकी सेवा का ही नतीजा है कि अब गाय अपने पैरों पर खड़ी होने लगी है। उनका कहना है कि गोपेश्वर में आवारा मवेशी लोगों के लिए समस्या का कारण बन गए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन को आवारा मवेशियों के मालिकों को चिह्नित कर उनसे जुर्माना वसूलना चाहिए।