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मानक अधूरे, भविष्य पर ग्रहण

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : भूमि मानक पूरे न करने पर गोपेश्वर के पॉलीटेक्निक कॉलेज में मैकेनिकल व सिविल

By Edited By: Published: Fri, 04 Sep 2015 01:07 AM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2015 01:07 AM (IST)
मानक अधूरे, भविष्य पर ग्रहण

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : भूमि मानक पूरे न करने पर गोपेश्वर के पॉलीटेक्निक कॉलेज में मैकेनिकल व सिविल के ट्रेड बिना मान्यता के ही चल रहे है। हालांकि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से मानकों को पूरा करने के लिए तकनीकी शिक्षा परिषद उत्तराखंड को दिसंबर तक का समय दिया गया है। इससे यहां अध्ययनरत छात्रों के भविष्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।

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गोपेश्वर जिला मुख्यालय में महिला पॉलीटेक्निक के रूप में 2006 में पॉलीटेक्निक कॉलेज खोला गया था। तब यहां सिर्फ आइटी ट्रेड ही था, जिसे तत्काल मान्यता भी मिल गई थी। प्रशासन की ओर से पॉलीटेक्निक कॉलेज के लिए रौली के पास पूल्ड हाउस के तीन भवनों को संचालन के लिए दिया गया था। साथ ही इन भवनों से लगी भूमि भी पॉलीटेक्निक कॉलेज के लिए प्रस्तावित थी। सरकार की ओर से सीमांत क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा की उपयोगिता को देखते हुए इस पॉलीटेक्निक कॉलेज में 2011 में सिविल व मैकेनिकल ट्रेड की कक्षाएं शुरू करने की स्वीकृति दी।

2014 में बाकायदा काउंसिलिंग के बाद सिविल व मैकेनिकल में दाखिले भी शुरू किए गए। वर्ष 2014 में 72 छात्र-छात्राओं ने सिविल व मैकेनिकट ट्रेड में दाखिला लिया। वहीं 2015 में सिविल में 34, मैकेनिकल में 24 छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया। लेकिन, छात्र छात्राओं की परेशानी तब बढ़ गई जब अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से भूमि, भवन के मानकों को पूरा न करने के चलते सिविल व मैकेनिकल ट्रेड को मान्यता देने से इन्कार कर दिया गया। हालांकि अब मान्यता नियमों को पूरा करने के लिए तकनीकी शिक्षा परिषद उत्तराखंड कार्रवाई कर रहा है। लेकिन, उनके पास अभी सिर्फ आइटीआइ की 40 नाली भूमि ही है। दूसरी ओर मानकों को पूरा करने के लिए 100 नाली भूमि की आवश्यकता है। हालांकि पॉलीटेक्निक के लिए पूल्ड हाउस से लगी भूमि व तीन भवनों का प्रस्ताव विचाराधीन है। अगर यह भूमि हस्तांतरित हो जाती है तो फिर दिसंबर माह में भूमि, भवन की कार्ययोजना बनाकर तकनीकी शिक्षा परिषद को देनी पड़ेगी। तकनीकी शिक्षा परिषद की टीम की ओर से निरीक्षण के बाद ही मान्यता को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यही नहीं पालीटेक्निक कॉलेज में शिक्षकों का भी टोटा है। यहां प्रधानाचार्य के अलावा तीन संविदा शिक्षक के भरोसे ही विद्यालय संचालित हो रहा है।

शिक्षकों के भी मानक नहीं हैं पूरे

-सिविल इंजीनियिरंग में स्वीकृत पद- तीन व्याख्याता, एक एचओडी- तैनात शून्य

- मैकेनिकल-तीन व्याख्याता, एक एचओडी- तैनात शून्य

आइटी- तीन व्याख्याता, एक एचओडी- तैनात एक व्याख्याता (पोखरी संबद्ध)

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अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से भूमि व भवन के मानकों को पूरा करने के बाद ही मान्यता दिए जाने के आदेश से मैकेनिकल व सिविल ट्रेड पर फिलहाल मान्यता नहीं है। भूमि, भवन के मानकों को पूरा करने की कार्रवाई चल रही है। जल्द ही मान्यता कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।

उमेंद्र प्रसाद, प्रधानाचार्य, पॉलीटेक्निक गोपेश्वर

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पॉलीटेक्निक के लिए भूमि चयन के लिए प्रशासन को कहा गया है। जल्द ही भूमि व भवन मानकों को पूरा कर लिया जाएगा। शासन स्तर पर भी लगातार वार्ता कर मानकों को पूरा किया जा रहा है।

राजेंद्र भंडारी, विधायक बदरीनाथ


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