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उपेक्षा से कनोल के ग्रामीण आहत

गोपेश्वर: ग्रामीणों के आंदोलन के बाद भी प्रशासन ने उनकी सुध न लेने पर कनोल के ग्रामीणों ने प्रशासन स

By Edited By: Published: Fri, 28 Aug 2015 07:18 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2015 07:18 PM (IST)
उपेक्षा से कनोल  के ग्रामीण आहत

गोपेश्वर: ग्रामीणों के आंदोलन के बाद भी प्रशासन ने उनकी सुध न लेने पर कनोल के ग्रामीणों ने प्रशासन समेत सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध दर्ज किया।

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कनोल के ग्रामीण एक सप्ताह से अधिक समय से जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि ग्राम पंचायत कनोल के फाकी व सिमार तोक का विस्थापन किया जाए। उनका कहना है कि वर्ष पहले भी इन गांवों के इर्द गिर्द भूस्खलन हुआ था। वर्ष 2010 में तो भूस्खलन इतना बढ़ा कि कई ग्रामीण गांव को खाली कर दूसरी जगहों पर शरण ले चुके हैं। धरना दे रहे ग्रामीणों का कहना है कि डीएम कार्यालय पर एक सप्ताह से अधिक समय से धरना दे रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने उनके आंदोलन के बावजूद विस्थापन को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। धरना देने वालों में राजपाल कनियाल, मोहन प्रसाद सती, घाट के प्रमुख करण सिंह नेगी, नगर पालिका अध्यक्ष संदीप रावत, मुरारी लाल, सुरेंद्र राम, दलवीर सिंह नेगी, जगदीश गौड़, राम सिंह कठैत, पृथ्वी सिंह, खिलापी राम, नरेंद्र सिंह, दमयंती नेगी आदि शामिल हैं।


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