तीन वर्ष बाद भी नहीं मिला पदोन्नति लाभ
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : तीन वर्ष बाद भी पदोन्नति का लाभ न मिलने पर कुपित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व स
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : तीन वर्ष बाद भी पदोन्नति का लाभ न मिलने पर कुपित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर पदोन्नति समेत अन्य मांगें तत्काल पूरी करने की मांग भी की है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं का कहना है कि वर्ष 2012 में बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के रिक्त 37 पदों पर नियुक्ति व पदोन्नति के लिए फार्म भरे गए थे। तीन वर्ष बीत गए हैं, मगर अभी तक पदोन्नति व नियुक्ति का लाभ नहीं मिल पाया है। मांग की गई कि तत्काल सुपरवाइजर के 37 पदों पर नियुक्ति व पदोन्नति की जाए। कार्यकत्रियों का यह भी कहना था कि पहले टेक होम राशन का वितरण खुद कार्यकत्री करती थी, मगर अब सरकार ने टेक होम राशन वितरण की जिम्मेदारी स्वयंसेवी संस्थाओं को दे दी है। मांग की गई कि पूर्व की भांति यह जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाए। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को राज्य कर्मचारी घोषित करने और जब तक राज्य कर्मचारी घोषित नहीं होते हैं तब तक हरियाणा की भांति 7500 रुपये मानदेय कीमांग भी की है। इसके अलावा पंजाब व अन्य राज्य सरकारों की तरह शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित करने, कल्याणकारी कोष का शीघ्र गठन करने, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को समान कार्य पर समान मानदेय देने, सहायिकाओं के मानदेय में 75 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करने की भी मांग की गई है। धरना देने वालों में आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका कर्मचारी यूनियन की प्रांतीय महामंत्री जानकी चौहान, जिलाध्यक्ष भारती राणा, जिला महामंत्री मुन्नी पंवार, उषा बिष्ट, गुड्डी सती, अंजना रावत, भुवनेश्वरी, रत्ना बिष्ट, सुनीता, पुष्पा रावम, उमा बिष्ट समेत कई कार्यकत्रियां व सेविकाएं मौजूद थी।