आग ने झुलसाया, सिस्टम ने रुलाया
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: पहले आग ने झुलसाया, फिर सिस्टम ने। आग से झुलसे छह वर्षीय विकलांग को दो महीने
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: पहले आग ने झुलसाया, फिर सिस्टम ने। आग से झुलसे छह वर्षीय विकलांग को दो महीने देहरादून में इलाज किया गया वो भी आधा-अधूरा। चिकित्सकों का गैर जिम्मेदारना रवैया देखिए कि उसे पूरा स्वस्थ होने से पहले वापस भेज दिया। ऐसी ही कहानी है महावीर की। मकान में आग लगने से बुरी तरह झुलसे छह वर्षीय विकलांग महावीर को देहरादून के सरकारी चिकित्सालय से इलाज किए बिना ही घर भेज दिया गया।
सिस्टम से हारे महावीर के माता-पिता उसे लेकर जिलाधिकारी से गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बुलाकर तत्काल महावीर के इलाज की जिम्मेदारी सौंपी। स्वयं सीएमओ के वाहन से महावीर को जिला चिकित्सालय भेजकर भर्ती कराया गया।
गौरतलब है कि मदनी राम पुत्र सौंण्या राम निवासी रामणी के मकान में नौ फरवरी को आग लगने से दो बच्चे झुलस गए थे। मानसिक रूप से विकलांग छह वर्षीय महावीर जहां गंभीर रूप से झुलसा था। वहीं आठ वर्षीय भवानी का उपचार हो चुका है। गंभीर स्थिति देखते हुए महावीर को जिला चिकित्सालय गोपेश्वर से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और फिर देहरादून दीनदयाल अस्पताल भेजा गया। देहरादून में दो महीने तक उपचार के बाद महावीर का इलाज बंद कर चिकित्सकों ने उसे वापस घर भेज दिया। महावीर की स्थिति अभी भी गंभीर बनी है। महावीर के माता, पिता उसे लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और चिकित्सा महकमे के रवैये से अवगत कराया। जिलाधिकारी अशोक कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजीत गैरोला को अपने कार्यालय बुलाया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने भी चिकित्सकों के इस रवैये को गलत बताते हुए महावीर के इलाज की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत महावीर का इलाज स्वास्थ्य महकमा करेगा। कहा कि वे स्वयं देहरादून जाकर महावीर को अच्छे चिकित्सालय में उपचार कराएंगे। जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद सीएमओ की गाड़ी से ही महावीर को जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया गया। जहां उसका उपचार शुरू हो गया है। सीएमओ अजीत गैरोला ने कहा कि आवश्यकता पड़ेगी तो वे महावीर को देहरादून ले जाकर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। जिलाधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि महावीर के माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। लिहाजा इलाज के लिए मदद कराई जाएगी।