गबनी के ग्रामीणों को न मुआवजा न पुनर्वास
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग : विकासखंड कर्णप्रयाग स्थित ग्राम पंचायत गबनी में ग्राम पंचायत की खुली बैठक
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग : विकासखंड कर्णप्रयाग स्थित ग्राम पंचायत गबनी में ग्राम पंचायत की खुली बैठक में विभिन्न समस्याओं पर चर्चा के साथ निराकरण की मांग प्रदेश मुख्यमंत्री से की गई।
जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में प्रधान गबनी दिनेश लाल ने कहा कि विकासखंड कर्णप्रयाग से गबनी 30 किमी की दूरी पर है जबकि थराली की दूरी 50 किमी से अधिक है। इसके बावजूद उन्हें थराली तहसील से संबद्ध किया गया है जिससे आवश्यक प्रमाणपत्रों के लिए विकासखंड कर्णप्रयाग व तहसील थराली के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ग्रामीण गंभीर सिंह, रणजीत सिंह, हयात सिंह, मोहन सिंह ने कहा कि वर्ष 2013 में आई आपदा के दौरान गबनी तल्ली में 150 नाली कृषि भूमि बह गयी थी। उस दौरान राजस्व दल ने गांव का निरीक्षण कर मुआवजे का भरोसा दिलाया, लेकिन आज तक क्षेत्रवासी मुआवजे को चक्कर काट रहे हैं। उनकी पुर्नवास संबधी मांग पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। इसके लिए क्षेत्रीय विधायक पिंडर डॉ.जीतराम व कर्णप्रयाग विधायक डॉ.एपी मैखुरी से की गई फरियाद भी पूरी नहीं हो सकी है और ना ही उन्हें तहसील कर्णप्रयाग से जोड़ा जा सका है। जिला योजना समिति सदस्य देवेन्द्र सिंह ने कहा कि आपदा के दौरान पिंडर विधायक ने कफोली तक ही क्षेत्र को आपदा की श्रेणी में शामिल किया जिससे गबनीवासी दो-दो विधायक क्षेत्र से संबद्ध होने के बाद अपनी समस्याओं का निराकरण नहीं करा पा रहे हैं। अब 100 से अधिक परिवारों का तल्ली व मल्ली गबनी क्षेत्र पलायन की मार झेल रहा है और अब यहां 60 परिवार ही समस्या के चलते शेष रह गए हैं। उधर गांव को जोड़ने वाले बगोली-कोटी मोटर मार्ग का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका है जिससे लोग तीन से चार किमी पैदल सफर करने को विवश हैं और यदि शीघ्र ही उनकी राजस्व क्षेत्र थराली से कर्णप्रयाग करने की मांग पूरी नहीं की जाती तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।