सौ साल बाद होगा कुबेर देवरा यात्रा का आयोजन
संवाद सूत्र, पांडुकेश्वर: भगवान बदरी विशाल की पंचायत में पूजे जाने वाले धन के देवता भगवान कुबेर की प
संवाद सूत्र, पांडुकेश्वर: भगवान बदरी विशाल की पंचायत में पूजे जाने वाले धन के देवता भगवान कुबेर की पांच दिवसीय देवरा यात्रा के आयोजन की तिथि कुबेर के नए अवतारी (पश्वा) अखिलेश पंवार ने रविवार को घोषित कर दी है। वर्ष 1915 के बाद अब 2015 में सौ साल बाद यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार कुबेर की देवरा यात्रा पांडुकेश्वर गांव में ही घूमती है। परंपरानुसार कुबेर यदि पांडुकेश्वर से बाहर निकलते हैं तो वह केवल छह माह बदरीनाथ की यात्रा पर ही निकलते हैं। बाकी समय वह पांडुकेश्वर में ही बिताते हैं।100 साल पहले कुबेर की देवरा यात्रा का आयोजन हुआ था। पांडुकेश्वर स्थित कुबेर चौक में इस वर्ष नए पश्वा अखिलेश पंवार पर देवता अवतरित होने के बाद इस वर्ष नौ से 13 फरवरी तक देवरा यात्रा की तिथि की घोषणा की। इस दौरान कुबेर के पश्वा ने कटार पर बैठकर ताबे से भरे घड़े के गंगा जल से स्नान किया तो देखने वाले हतप्रभ रह गए। निर्णय लिया गया कि देवरा यात्रा में ग्रामीण बड़े धार्मिक अनुष्ठान के साथ जागर, दांकुड़ी का आयोजन भी करेंगे। इस वर्ष होने वाली देवरा यात्रा के अनुष्ठान में बदरीनाथ के पूर्व धर्माधिकारी जगदंबा प्रसाद सती के संरक्षण में 11 ब्राह्मण सिरकत करेंगे। यह मेला रात-दिन चलेगा। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी रहने व खाने की पूरी व्यवस्था निशुल्क की जाएगी। एक शताब्दी बाद पांडुकेश्वर में कुबेर देवरा का आयोजन मेहता, भंडारी, कमदी थोक कर रहे है। इस आयोजन में विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। इस अवसर पर कमदी थोक के अध्यक्ष चंद्र सिंह पंवार, भंडारी थोक के राजेंद्र सिंह भंडारी, मेहता थोक के सचिव रमेश मेहता, अनूप भंडारी, राजेश मेहता, जगदीश पंवार समेत कई ग्रामीण शामिल थे।