पेयजल लाइनें नालियों व रास्तों में
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग : नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग में बेतरतीब बिछा पेयजल लाईनों का जाल पैदल आवाजाही
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग : नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग में बेतरतीब बिछा पेयजल लाईनों का जाल पैदल आवाजाही करने वालों के लिए खतरे का सबब बना है, वहीं अधिकांश पेयजल लाईनों के नगर पंचायत के मुख्य नालों से गुजरने से गंदा पानी घरों तक पहुंच रहा है। ऐसे में दूषित जल के सेवन से बीमारी का अंदेशा बना है लेकिन पंचायत, जलसंस्थान व स्वास्थ्य विभाग मूक बने हैं।
नगर पंचायत के अंतर्गत पुजारीगांव, अपर बाजार, तहसील कालोनी व शक्तिनगर, सुभाषनगर व मुख्य बाजार में अधिकांश घरेलू पेयजल लाईनें पैदल रास्तों से गुजर रही हैं। इनमें उलझकर आए दिन बच्चों व बुजुर्गो के गिरने की घटनाएं होती रहती हैं। इस बाबत कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों व पंचायत की ओर से भी जलसंस्थान को पेयजल लाईनों को शिफ्ट करने की मांग उठायी गई, लेकिन वर्षो से लाइन शिफ्टिंग की समस्या दूर नही हो सकी है।
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नगर क्षेत्र कर्णप्रयाग की आठ हजार की आबादी को 60 के दशक की जर्जर पेयजल योजना से जलसंस्थान पेयजल उपलब्ध करा रहा है। योजना का पुनर्गठन न होने व पाईपों को न बदलने से नालियों से हो रहा लीकेज बीमारी को न्योता दे रहा है।
कैलाश चंद्र, निवासी अपर बाजार
नालियों से गुजर रही मुख्य पाईप लाईन के पाइप हटाने के लिए कई बार जलसंस्थान अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन विभाग इस ओर कारगर कदम नही उठा रहा है। ऐसे में नालियों की सफाई भी नहीं हो पा रही है।
एसपी भट्ट, अधिशासी अभियंता नगर पंचायत कर्णप्रयाग
शिकायत मिलने पर पैदल मार्गो से गुजर रही पेयजल लाइनों को हटाया जाता है। अधिकांश पेयजल लाईनों पर स्वयं उपभोक्ता ही शिफ्टिंग के दौरान हो-हल्ला कर देते हैं जिससे मार्ग से गुजर रही घरेलू पेयजल योजना पाईपों को नहीं हटाया जा सका है।
हरदेव आर्य, अवर अभियंता जलसंस्थान