मनरेगा में धेला भी नहीं हुआ खर्च
संवाद सूत्र, थराली: ई-मस्टररोल व्यवस्था पर प्रशिक्षण लेने थराली पहुंचे जिला विकास अधिकारी मुहम्मद अस
संवाद सूत्र, थराली: ई-मस्टररोल व्यवस्था पर प्रशिक्षण लेने थराली पहुंचे जिला विकास अधिकारी मुहम्मद असलम ने पिंडर घाटी के नारायणबगड़, थराली व देवाल में मनरेगा का कार्य शुरू न होने पर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। विकास कार्यो की समीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारियों के संतोषजनक उत्तर न देने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विकास में लापरवाह अधिकारियों का वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी।
क्षेत्र पंचायत सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में डीडीओ मुहम्मद असलम ने मनरेगा की खंडवार कार्यो की समीक्षा की। जब डीडीओ को यह पता लगा कि इस वित्तीय वर्ष में थराली, देवाल व नारायणबगड़ ब्लाकों में मनरेगा के अंतर्गत कोई भी कार्य शुरू नहीं हुआ है तो वह अधिकारियों पर भड़क गए। डीडीओ ने मनरेगा रोजगार सहायकों व अवर अभियंताओं को चेतावनी दी कि अगर समय पर कार्य शुरू नहीं होते हैं और विकास के लिए मिली धनराशि खर्च नहीं होती है तो मनरेगा से जुड़े अधिकारी, कर्मचारियों का वेतन रोका जाएगा। उन्होंने बताया कि संपूर्ण जिले में मनरेगा के अंतर्गत मात्र 20 लाख रुपये ही खर्च हुए हैं। यह धनराशि भी हिमोत्थान परियोजना, रेशम व उद्यान विभाग ने ही खर्च की है। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत वर्तमान समय में जिले में 18 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं। प्रत्येक विकासखंड को 25-25 लाख भी जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक अप्रैल से जिले में ई-मस्टररोल की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। परंपरागत मस्टररोलों का उपयोग अब पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर प्रदीप भारती, बीडीओ एलएस बोरा, सोहन लाल आदि शामिल थे।