स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध कराएं ओआरएस
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को डायरिया से बचाने के लिए सभी चिकित्सा केंद्रों में ओआरएस घोल के साथ-साथ जिंक टैबलेट भी उपलब्ध कराएं।
सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े के अंतर्गत जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। बैठक में सीएमओ डॉ. अजीत गैरोला ने बताया कि डायरिया तीन तरह से होता है। जो कि बैक्टीरियल, वायरल और अमीबिक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकासखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में ओआरएस व जिंक टैबलेट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही है। नौ विकासखंडों में कार्यरत 620 आशाओं व एएनएम के माध्यम से यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका व शिक्षा विभाग से भी मदद ली जा रही है। जिले के 50 दूरस्थ व ग्रामीण विद्यालयों को चिह्नित कर स्कूल हेल्थ कार्यक्रम के अधिकारी व कर्मचारी साफ सफाई व्यवस्था के अलावा ओआरएस की व्यवस्था कर शुद्ध पेयजल पिलाने का प्रयास कर रहे हैं। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने निर्देश दिए कि इस अभियान को प्रत्येक घर तक पहुंचाया जाए। साथ ही ओआरएस की उपयोगिता व जिंक टैबलेट के प्रयोग के विषय में बाल विकास, शिक्षा विभाग व स्वजल परियोजना को साथ लेकर अभियान की शत प्रतिशत सफलता प्राप्त करें। उन्होंने समय समय पर जल की जांच करने के भी निर्देश दिए। बैठक में डॉ. बिराज शाह, जेएस पंवार, गीता डिमरी, बीसी डिमरी, अनूप थपलियाल आदि मौजूद थे।