हाइटेक होगीं जिला सहकारी बैंक की शाखाएं
जागरण प्रतिनिधि, गोपेश्वर: 52 वर्षो से ग्रामीणों, काश्तकारों, मजदूरों की छोटी-छोटी पूंजी जमा कर बैंकिंग व्यवसाय में नाम कमा चुके चमोली जिला सहकारी बैंक की सभी शाखाएं अब सीबीएस अर्थात कंप्यूटरीकृत होने वाली हैं। आरबीआइ के बिना सीबीएस बैंकों के लाइसेंस निरस्त किए जाने के नोटिस के बाद चमोली सहकारी बैंक को आनलाइन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अप्रैल द्वितीय सप्ताह तक चमोली व रुद्रप्रयाग के सभी सहकारी बैंक बाद आनलाइन काम शुरू कर देंगे।
चमोली जिले में 30 नवंबर 1961 से शुरू हुई सहकारी बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक से 29 सितंबर 1981 में लाइसेंस मिल गया। बैंक में अबतक आनलाइन काम न से ग्राहक को कोर बैंकिंग सुविधा से वंचित थे। गौरतबल है कि जिला सहकारी बैंक में काश्तकारों, मजदूरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों द्वारा अपनी छोटी-छोटी पूंजियां जमा की जाती है। यही वजह है कि वर्तमान समय में जिला सहकारी बैंक की ग्राहक संख्या ढाई लाख से ऊपर है। इसके अलावा मिनी बैंकों व समितियों में भी हजारों ग्राहक हैं। चमोली जिले में वर्तमान समय में 21 व रुद्रप्रयाग जिले में 7 बैंक शाखाएं हैं। सभी का मुख्य कार्यालय गोपेश्वर में ही है।
सीबीएस होने से ये मिलेंगे लाभ
-किसी भी बैंक से निकाल सकेंगे ग्राहक अपना धन
-देश-विदेश से मंगा व भेज सकेंगे धनराशि
-मनरेगा मजदूरों के खातों में सीधे जाएगी मजदूरी की राशि
-एटीएम सुविधा का मिलेगा लाभ
यहां हैं सहकारी बैंक शाखाएं
-चमोली जिले में प्रधान कार्यालय गोपेश्वर के अलावा मुख्य शाखा गोपेश्वर, सायंकालीन शाखा गोपेश्वर, चमोली, जोशीमठ, पीपलकोटी, नंदप्रयाग, घाट, कर्णप्रयाग, सायंकालीन शाखा कर्णप्रयाग बछेर, देवाल, ग्वालदम, थराली, नारायणबगड़, मेहलचोरी, गैरसैंण, आदिबद्री, गौचर, सिमली, पोखरी
-रुद्रप्रयाग जिले में रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनी, सतेराखाल, बसुकेदार, चंद्रापुरी, गुप्तकाशी, ऊखीमठ
आरबीआइ ने सभी बैंकों को आनलाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। अप्रैल द्वितीय सप्ताह तक चमोली जिला सहकारी बैंक की सभी शाखाओं को सीबीएस से जोड़ दिया जाएगा।
दीपक कुमार, सचिव महाप्रबंधक चमोली जिला सहकारी बैंक चमोली।
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