मोबाइल की ट्रिन-ट्रिन सुन ग्रामीण गदगद
गरुड़(बागेश्वर): आजादी के 67 वर्ष बाद ही सही लाहुर घाटी में संचार क्रांति पहुंच गई। घर में अब तक शो प
गरुड़(बागेश्वर): आजादी के 67 वर्ष बाद ही सही लाहुर घाटी में संचार क्रांति पहुंच गई। घर में अब तक शो पीस बने मोबाइल फोन में ट्रिन-ट्रिन घंटी बजी तो लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह पहला मौका था जब लोगों ने घर के भीतर या फिर आंगन में बैठकर फोन से सैकड़ों मील दूर रह रहे पने परिजनों से कुशल क्षेम पूछी। बुजुर्गो में फोन से बातचीत करने को लेकर विशेष खुशी देखी गई। मोबाइल सेवा शुरू होने की खुशी में कई स्थानों पर लोगों ने आतिशबाजी की तो कहीं पर मिठाई बांटी गई।
जनपद का लाहुरघाटी क्षेत्र अब तक संचार सेवा से नहीं जुड़ा था। लोगों को संचार संपर्क के लिए तीस किमी दूर मुख्यालय पहुंचना पड़ता था। उड़खुली में लगा टावर पिछले कई वर्षो से शोपीस बना हुआ था। इस टावर को सुचारु करने की मांग ग्रामीण लंबे समय से कर रहे थे। गत दिनों ग्रामीणों ने महापंचायत बुलाई और आंदोलन का ऐलान किया था। एसडीएम ने 21 नवंबर को तहसील में विभिन्न अधिकारियों की बैठक बुलाई और तत्काल लाहुर घाटी की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निबटाने के आदेश दिए। इनमें दूर संचार की समस्या प्रमुख थी। बैठक के तुरंत बाद सांसद अजय टम्टा ने भी दूरभाष पर अधिकारियों को तत्काल उड़खुली में लगे बीएसएनएल के टावर को सुचारु करने के निर्देश दिए थे। सोमवार से उड़खुली में लगा टावर सुचारु कर दिया गया। 15 हजार की आबादी वाले लाहुर घाटी के जखेड़ा, लमचूला, सुराग, नौकानाखुमटिया, गनीगांव, सलानी, भगदानू, दाड़िमखेत, जाख आदि गांवों में मोबाइल फोन ने काम करना शुरू दिया है। मोबाइल सेवा सुचारु होने पर लाहुर घाटी विकास मंच के अध्यक्ष व जखेड़ा के प्रधान ईश्वर सिंह परिहार, संयोजक दयाकृष्ण जोशी, मदन सिंह बिष्ट, आलम सिंह, भगवत सिंह, प्रेमा परिहार, उमेद राम, पदम राम, मोतिमा देवी, शिव सिंह बिष्ट, घनश्याम जोशी, देवेंद्र गोस्वामी आदि ने सांसद अजय टम्टा का आभार जताया है।