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खरही में खोला जाए शिल्प उन्नयन संस्थान

By Edited By: Published: Mon, 22 Sep 2014 11:16 PM (IST)Updated: Mon, 22 Sep 2014 11:16 PM (IST)
खरही में खोला जाए शिल्प उन्नयन संस्थान

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : परंपरागत शिल्प और शिल्पियों को संरक्षण देने के उद्देश्य से स्वीकृत हरिराम टम्टा शिल्प उन्नयन संस्थान को खरही के बजाय गरुड़ाबांज में खोले जाने का विरोध शुरू हो गया है। कठपुड़ियाछीना ब्लाक कांग्रेस कमेटी सहित क्षेत्रीय जनता ने इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रोष जताते हुए खरही में ही संस्थान खोलने की मांग की है।

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इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को सौंपे ज्ञापन में अध्यक्ष जयकृष्ण टम्टा, कमल टम्टा, बसंत टम्टा सहित तमाम कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय जनता ने कहा कि पूर्व में शिल्प उन्नयन संस्थान बागेश्वर जिले के खरही में खोले जाने की स्वीकृति मिली थी। परंतु अब कुछ जनप्रतिनिधियों के दबाव के बाद इस संस्थान को अल्मोड़ा जनपद के गरुड़ाबांज में खोले जाने की कार्रवाई चल रही है। इससे क्षेत्र की जनता मायूस है। कार्यकर्ताओं ने कहा है कि अल्मोड़ा में पूर्व से ही विभिन्न संस्थान स्थापित हैं। जबकि बागेश्वर में कोई भी बड़ा संस्थान स्थापित नहीं है। शिल्प उन्नयन संस्थान रिंगाल, कष्ठ, ताम्र व पत्थर के शिल्प व शिल्पियों के संरक्षण व प्रोत्साहन की दिशा में बड़ा कारगर साबित होगा। इसको देखते हुए शिल्प उन्नयन संस्थान को पूर्व में स्वीकृति के अनुरूप बागेश्वर में ही खोला जाना चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में शीघ्र ही मुख्य मंत्री हरीश रावत से मिलने का आश्वासन दिया।


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