सन गांव आज भी सड़क से महरूम
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: सन गांव तक सड़क नही होने से आज भी वहां के ग्रामीण कंधे व डोली में रखकर मरी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: सन गांव तक सड़क नही होने से आज भी वहां के ग्रामीण कंधे व डोली में रखकर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाते है। आक्रोशित ग्रामीणों ने अब सड़क की मांग को लेकर आंदोलन करने का मन बना लिया है।
कपकोट ब्लाक के सन गांव तक सड़क की मांग पिछले 12 साल से चल रही है। 2005 में सड़क का सर्वे किया गया। सड़क अर्नसा-उड़ियाखुड़ी-सन तक तीन किमी बननी है। लेकिन इतने साल बाद भी सड़क नहीं बनने ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। गांव के पूर्व प्रधान उदय राम ने बताया कि 2016 में लोक निर्माण विभाग ने तीन किमी सड़क का आंगणन भी पूरा कर लिया है। सड़क बनने से एक हजार की आबादी सीधे लाभान्वित होगी। सड़क बनाने के कुल लागत 289.49 लाख रुपया आनी है। अगर कोई बीमार हो जाता है तो उसे डोली या कंधे में मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है। कई मरीज तो रास्ते में भी दम तोड़ देते है। कई बार सड़क को लेकर प्रदर्शन किया गया। उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया गया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। इस अवसर पर सुंदर लाल, हेमा देवी, गंगा देवी, मुन्नी देवी, कैलाश राम, विरेंद्र कुमार, नवीन चंद्र, प्रेम राम, धनी राम सहित कई लोग मौजूद थे।