दवा विक्रेताओं ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
बागेश्वर: केमिस्ट एसोसिएशन ने दवाओं की बिक्री के नियंत्रण के लिए ई-पोर्टल बनाने के निर्णय को अव्यवहा
बागेश्वर: केमिस्ट एसोसिएशन ने दवाओं की बिक्री के नियंत्रण के लिए ई-पोर्टल बनाने के निर्णय को अव्यवहारिक करार दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर यह निर्णय जल्द वापस नही लिया जाता तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
आल इंडिया आर्गनाइजेशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्णय का विरोध करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि शहरी इलाकों को छोड़कर ग्रामीण, पर्वतीय और दूरस्थ इलाकों में इंटरनेट सेवा बहुत सीमित है। जिससे प्रतिदिन की जानकारी अपलोड करना मुश्किल होगा। देश में दवाओं और उनकी सप्लाई का ब्योरा रखने के लिए नियामक तंत्र मौजूद है। नकली व गलत दवाओं की बिक्री पर अंकुश के लिए फूड एंड ड्रग इंसपेक्टर तैनात हैं। स्वायत्त नियामक बोर्ड के संविधान और इसके लिए केमिस्ट को दंडित करना भी तर्कसंगत नही है। उन्होंने दवाओं के आनलाइन बिक्री पर भी आपत्ति जताई है। संगठन के जिलाध्यक्ष गोकुल जोशी ने कहा कि सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जाएगा। इसके लिए देश सभी दवा विक्रेता 30 मई को हड़ताल पर रहेंगे। अगर इसके बाद भी समस्या का समाधान नही होता तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। मौके पर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर मनोज ओली, भुवन जोशी, महेश खेतवाल, मदन हरड़यिा, शंकर दत्त आदि मौजूद थे।