भ्रूण हत्या रोकने के लिए जागरूकता जरूरी
बागेश्वर : डायट में मंगलवार को कन्या भ्रूण हत्या महापाप विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें म
बागेश्वर : डायट में मंगलवार को कन्या भ्रूण हत्या महापाप विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर डायट के प्राचार्य डॉ. केएन कांडपाल ने भाग लिया।
इस मौके पर डॉ. कांडपाल ने कहा कि अध्यापक व छात्र समाज के प्रबुद्ध वर्ग हैं। इनका पूरा ध्यान समाज में व्याप्त कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में होना चाहिए। वर्तमान में प्रति एक हजार पुरुषों पर 930 महिलाएं हैं। जो कि एक बड़ा फासला है। उन्होंने कहा कि केवल कन्या भू्रण हत्या रोकने के लिए कानून बनाने से काम नहीं चलेगा। इसके लिए सभी को जागरूक रहना होगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. बीडी पांडेय ने कहा कि लिंग की जांच कराना कानून अपराध है। उनका कहना था कि केरल व पांडिचेरी को छोड़कर देश के सभी राज्यों में लड़कियों की संख्या लड़कों से कम है।
कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि पुत्रवती भव जैसे आशीर्वाद वाली मानसिकता त्यागनी होगी। शिशु कन्या को हृदय से अपनाना होगा। तब जाकर यह लिंगानुपात की खाई खत्म हो सकेगी। आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपना व देश का नाम रोशन कर रही हैं। कार्यशाला में जिला समन्वयक सुरेश कुकरेती, डॉ. राजीव जोशी, रवि कुमार जोशी, नर सिंह मौर्य, डॉ. केएस रावत, संदीप जोशी, कैलाश कांडपाल, बीएस कोरंगा व हरिओम मेहता मौजूद रहे।