कांग्रेस में जिलाध्यक्ष की तलाश तेज
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बिना नेतृत्व के चल रही जिला कांग्रेस कमेटी में जिलाध्यक्ष की तलाश तेज हो
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बिना नेतृत्व के चल रही जिला कांग्रेस कमेटी में जिलाध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है। कांग्रेस का यह पहला चुनाव था जो कि बिना जिलाध्यक्ष के लड़ा गया। दोनों सीटों पर संगठन की कमान संभालने वाला कोई नहीं था।
विस चुनाव का शंखनाद होने के कुछ समय बाद ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील भंडारी ने कांग्रेस को झटका देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों पर उन्हें विश्वास में नहीं लेने, उपेक्षा तथा संगठन को हाशिए पर रखने का आरोप लगाते हुए हल्द्वानी में सिंचाई मंत्री यशपाल आर्य के नेतृत्व में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। ठीक चुनाव के वक्त इस झटके से कांग्रेस ने बिना जिलाध्यक्ष के ही चुनाव में जाने का निर्णय लिया। चुनाव बाद कांग्रेस में अब जिलाध्यक्ष पद के लिए मंथन तेज हो गया है। जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारों ने हाईकमान में संपर्क साधा है। हाईकमान की हामी के बाद जिलाध्यक्ष पद के लिए लामबंदी शुरू हो गई है। हाईकमान अभी वेट एंड वाच की रणनीति अपनाए है। ऐसे में दावेदारों की बेचैनी बढ़ गई है।
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यह हैं जिलाध्यक्ष के दावेदार
राजेंद्र टंगड़िया, नरेंद्र खेतवाल, लोकमणि पाठक, बालादत्त तिवारी, गोपाल दत्त भट्ट, किशन कठायत, संजय साह जगाती।