सेवानिवृत्त शिक्षकों की नियुक्ति पर उबले छात्र
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: विश्वविद्यालय के परिसरों व महाविद्यालयों में सेवानिवृत्त प्राध्यापकों की तैनाती करने से छात्र संगठन खुलकर विरोध में उतर आए हैं। शनिवार को एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा में शोध छात्रों व छात्र नेताओं ने विरोध स्वरूप नारेबाजी की और धरना दिया। दो टूक चेतावनी दी कि यदि रिटायर प्राध्यापकों को उच्च शिक्षण संस्थानों में फिर नियुक्ति दी, तो उनके आते ही बहिष्कार किया जाएगा। शोध छात्रों ने इस दौरान काले फीते बांधकर भी विरोध जताया।
महाविद्यालयों में सेवानिवृत्त शिक्षकों को नियुक्त करने संबंधी प्रदेश सरकार के निर्णय से आक्रोश के स्वर गुंजायमान हैं और इसी क्रम में शनिवार को कैम्पस का शोध छात्र संगठन व छात्र नेताओं ने एकजुट होकर इस निर्णय का विरोध जताया। इस विरोध में शोध छात्र बाहों में काला फीता बांधकर शामिल हुए। छात्रों ने सरकार के निर्णय के खिलाफ नारेबाजी की और धरना दिया। वहीं सभा में वक्ताओं ने कहा कि नेट, यूसेट व प्री-पीएचडी कोर्स उत्तीर्ण अभ्यर्थी बेरोजगार पड़े हैं और उनके हितों को दरकिनार कर सरकार ने रिटायर शिक्षकों की सेवा लेने का निर्णय लिया है, जो उनके हितों पर कुठाराघात है।
छात्र नेताओं ने कहा कि अगर रिटायर शिक्षकों नियुक्त हुए तो छात्रों को लामबंद कर जबर्दस्त खिलाफत होगी और सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा, भले ही सरकार के इस फैसले को अदालत में चुनौती देनी पड़े। उन्होंने फैसले को शीघ्र वापस लेने की मांग की। सभा को शोध छात्र संगठन के अध्यक्ष ललित चंद्र जोशी, छात्रसंघ अध्यक्ष राजेन्द्र राठौर, उपाध्यक्ष ललित बिष्ट, छात्र महासंघ उपाध्यक्ष दीपक वर्मा, छत्रपति पंत, जेपी जोशी आदि ने संबोधित किया।
विरोध कार्यक्रम में देवाशीष, हरीश बनौला, तेजकृष्ण सिंह, निखिलेश पवार, अशोक कनवाल, अमित बिष्ट, प्रदीप बिष्ट, राहुल खोलिया, हर्षवर्धन वर्मा, रोहित वर्मा, राजू जोशी, सूरज वाणी, सागर सिंह, ललित आर्या, मनोज ्रबोधियाल, गणेश बगडवाल, रविशंकर, अक्षित पांडे, पंकज बिष्ट, विनीत बिष्ट, राजेन्द्र पंत आदि कई छात्रनेताओं ने शामिल हुए।