कृषि उपज बढ़ाने के तौर-तरीके बताए
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: अधिक उपज के लिए आधुनिक तकनीकी पर आधारित खेती जरूरी है। इसके लिए काश्तकारों
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: अधिक उपज के लिए आधुनिक तकनीकी पर आधारित खेती जरूरी है। इसके लिए काश्तकारों को कृषि की नई विधियां अपनानी होंगी। साथ ही बुआई से लेकर फसल तैयार होने तक देखरेख व उचित प्रबंधन पर भी ध्यान देना होगा। यह बात वक्ताओं ने बुधवार को यहां न्याय पंचायत गनाई में रबी फसल प्रबंधन विषयक एक दिनी कृषक प्रशिक्षण शिविर में कही।
इस दौरान काश्तकारों को फसल प्रबंधन केसाथ साथ उन्नत कृषि, पशुपालन व उद्यान की जानकारी दी गई। खेती के लिए दी जा रही सुविधाओं व योजनाओं के बारे में भी बताया गया। कृषि एडीओ जगदीश चंद्र मासीवाल ने गेहूं की पैदावार बढ़ाने संबंधी तौर-तरीके बताए। मृदा स्वास्थ्य कार्ड, फसल बीमा, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना व फार्म मशीनरी बैंक समेत आधुनिक कृषि यंत्रों पर भी चर्चा की।
वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक नवीन चमकनी ने फल व साग-सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेंद्र सिंह बिष्ट ने बेहतर पशु प्रबंधन के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की एवं काश्तकारों को पशु बीमा के लिए प्रेरित किया। कृषि सहायक अधिकारी सतीश चंद्र उपाध्याय, न्याय पंचायत प्रभारी राम गोपाल व कृष्णा गिरि आदि ने भी खेती से संबंधित जानकारियां दी।
विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों से काश्तकारों ने अनुदान पर कृषि यंत्रों की खरीद की। अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य गजेंद्र सिंह नेगी ने की। इस अवसर पर पूर्व प्रधान लीला कैड़ा, किशन सिंह, राम दत्त कुमयां, जोगा दत्त, भवानी दत्त, बीना नैनवाल, हीरा देवी, शांति, जयंती व देवकी समेत अन्य काश्तकार मौजूद थे।