994 में से 277 युवा दौड़ में क्वालीफाई
जागरण संवाददाता, रानीखेत : भारतीय सेना में भर्ती होकर देशसेवा का जज्बा लिए 277 युवाओं ने पहली बाधा प
जागरण संवाददाता, रानीखेत : भारतीय सेना में भर्ती होकर देशसेवा का जज्बा लिए 277 युवाओं ने पहली बाधा पार कर ली। पहले दिन उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कुल 1500 में प्री-हाइट टेस्ट में 994 अभ्यर्थी मैदान तक पहुंचे थे। इनमें 717 समय पर लक्ष्य पूरा न करने के कारण बाहर हो गए।
कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर मुख्यालय (केआरसी) के ऐतिहासिक सोमनाथ ग्राउंड में मंगलवार को भर्ती रैली शुरू हुई। इसमें देशभर के प्रदेश व केंद्र शासित राज्यों के नौजवान भाग्य आजमाने पहुंचे हैं। पहले दिन उत्तराखंड व यूपी के 1500 युवा प्री-हाइट टेस्ट में शामिल हुए। 994 युवा दौड़ के लिए क्वालीफाई हुए। इनमें उत्तराखंड के सर्वाधिक 830, यूपी के 112 अभ्यर्थी दौड़े। जीएसओ-1(प्रशिक्षण) (केआरसी) मेजर जी. राममोहन के मुताबिक सैनिक जीडी की भर्ती को 277 युवा दौड़ में पास हुए।
== इंसेट===
बुधवार को सभी अन्य राज्य व केंद्र शासित प्रदेश के अभ्यर्थियों की दौड़ होगी। 30 अक्टूबर को सैनिक लिपिक के लिए कुमाऊं, नागा रेजिमेंट के सेवारत व भूतपूर्व सैनिकों के आश्रित तथा ट्रेडमैन में सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के युवा भाग्य आजमाएंगे। लिखित परीक्षा 25 जनवरी को होगी।
=== इंसेट ===
गोरखा मूल के 10 युवा
उत्तराखंड व यूपी के साथ ही गोरखा मूल के 10 युवाओं ने भी भारतीय सेना में भर्ती को दौड़ लगाई। इसके अलावा खेल कोटे से राज्य के 31 तथा यूपी के 11 खिलाड़ियों ने भी दमखम दिखाया।
=== पैकेज ===
हाइटेक हुई सेना की भर्ती रैली
- आधार कार्ड की तरह युवाओं का ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन
- पहली बार 'ई-रिक्रूट एक्स' सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल
जागरण संवाददाता, रानीखेत : विज्ञान के इस दौर में सेना की भर्ती रैली भी हाइटेक हो गई है। खास बात कि अब प्रत्येक अभ्यर्थी का न केवल ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन होगा बल्कि आधार कार्ड की तर्ज पर बाकायदा डाटा बेस तैयार किया जाएगा। सेना के पास संबंधित युवा का रिकॉर्ड घर पर कॉल लेटर पहुंचने तक सुरक्षित रहेगा। पहली बार किसी भर्ती में अत्याधुनिक 'ई-रिक्रूट एक्स' सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया जा रहा है।
मैनुअल कार्यवाही सेना में अब गुजरे जमाने की बात होगी। पिछली भर्ती रैलियों से इतर अबकी पहली बार अत्याधुनिक 'ई-रिक्रूट एक्स' सॉफ्टवेयर के जरिए अभ्यर्थियों का ऑन लाइन पंजीकरण किया जा रहा है। जीएसओ-1(प्रशिक्षण) मेजर जी. राममोहन के मुताबिक पूरी भर्ती प्रक्रिया कंप्यूटराइज्ड की गई है। इस तकनीक के तहत दौड़ में क्वालीफाई युवाओं का अंगूठे का इंप्रेशन लेकर आधार कार्ड की भांति पूरा ब्योरा फीड किया जाता है। कॉल लेटर मिलने तक संबंधित अभ्यर्थी का रिकॉर्ड केआरसी मुख्यालय में सुरक्षित रहेगा।