सूची के अभाव में लटका सत्यापन
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चयनित परिवारों की सूची नहीं मिलने से
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चयनित परिवारों की सूची नहीं मिलने से उनके राशन कार्डो का सत्यापन लटक गया है। इसी वजह से सैकड़ों परिवारों को पिछले माह राशन नहीं मिला। आगे भी इनको राशन मिलने की संभावना नहीं है। इसको लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने ब्लॉकों में शिकायत भी दर्ज कराई है।
अक्टूबर 2014 में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना लागू की थी। इसके तहत चयनित परिवारों को राशन का वितरण किया जाना है। इन सभी पात्र परिवारों के राशन कार्ड को ऑनलाइन किया जा रहा है। अब इस योजना में सत्यापन के पेच से हजारों परिवार राशन पाने से वंचित रह गए। जिलापूर्ति विभाग का कहना है कि योजनाओं के लक्ष्य तय है।ं उनके अनुरूप पात्रों को राशन का वितरण कर दिया गया। ऐसे में जो परिवार राशन का लाभ नहीं ले सके, उनका नाम सूची में नहीं था। दरअसल, ग्राम्य विकास विभाग की सूची और जिलापूर्ति विभाग के पास मौजूद आंकड़ों का मिलान किया जाना था, लेकिन ग्राम्य विकास विभाग ने सूची नहीं सौंपी। जिससे दोनों विभागों के पास मौजूद सूची का मिलान नहीं हो सका। इसी कारण हजारों परिवार राशन पाने से वंचित रह गए। जब ब्लॉक में इसकी शिकायत पहुंचनी शुरू हुई तो प्रशासन के कान खड़े हुए। जिलापूर्ति विभाग ने दोबारा सूची मांगी हे।
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पात्र परिवारों की सूची का मिलान जरूरी
डीएसओ तेजबल ¨सह ने कहा कि सरकार के निर्देशों के तहत पात्र परिवारों के राशनकार्ड ऑनलाइन किए जाने हैं। इन सभी को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 2014 अक्टूबर में चयनित सूची के आधार पर राशन का वितरण किया जाना है। पूर्व में संचालित की जा रही अंत्योदय खाद्य योजना में 14 हजार 392 परिवार हैं। वहीं बीपीएल के तहत कुल 68 हजार 16 लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल किया जा चुका है। एपीएल राशन कार्ड धारकों की संख्या जिले में 70 हजार है। इन सभी को राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत रखा गया है। डीएसओ ने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग जब तक सूची नहीं देगा तब तक पात्र परिवारों के दिए गए लक्ष्य से मिलान नहीं हो सकता। कई ब्लॉकों में लक्ष्य से अधिक राशनकार्ड बनाए गए हैं। यह समस्या इसलिए आ रही है।