जलमूल्य में 15 फीसदी वृद्धि का विरोध
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: जल मूल्य में हर साल 15 फीसद बढ़ोत्तरी उपभोक्ताओं को बेहद अखर रही है। इसके खिल
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: जल मूल्य में हर साल 15 फीसद बढ़ोत्तरी उपभोक्ताओं को बेहद अखर रही है। इसके खिलाफ लगातार आवाज उठ रही है। इधर वरिष्ठ नागरिकों की संस्था डे-केयर सेंटर और महिला कल्याण संस्था ने इस वृद्धि का पुरजोर विरोध किया है और चेतावनी दी है कि अगर इसे घटाकर पांच प्रतिशत वार्षिक नहीं किया, तो वृहद जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
डे-केयर सेंटर व महिला कल्याण संस्था की संयुक्त बैठक में जलमूल्य का मुद्दा छाया रहा। जल मूल्य में अप्रत्याशित वृद्धि का विरोध किया। वक्ताओं ने कहा कि एक अप्रैल 2013 से जल मूल्य पुनरीक्षित कर 15 प्रतिशत वार्षिक की दर से इसमें वृद्धि का निर्णय लिया गया। जो प्रतिवर्ष बड़ी वृद्धि है और न्यायोचित नहीं है। इस बात पर आक्रोश जताया कि दो साल से संगठन इसका विरोध कर रहे हैं, मगर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है, जबकि पूर्व में विधायक के नेतृत्व में मुख्यमंत्री तथा जल संस्थान के महानिदेशक से वार्ता हुई थी। पूर्ववर्ती सरकार ने आश्वासन दिया, जल मूल्य में कमी करने का शासनादेश आज तक निर्गत नहीं हो सका। बैठक में इस बात पर जोर दिया कि जल मूल्य में 15 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि को घटाकर 5 प्रतिशत वार्षिक किया जाए और इससे संबंधित शासनादेश में शीघ्र संशोधन किया जाए। यह भी तय हुआ कि जल्द संगठनों का शिष्टमंडल इस संबंध में मुख्यमंत्री से वार्ता करेगा। इसके बाद भी मांग पर निर्णय नहीं लिया, तो जनांदोलन किया जाएगा। बैठक में आनंद सिंह बगडवाल, प्रताप सिंह सत्याल, आनंद सिंह ऐरी, सुनयना मेहरा, लीला खोलिया, पुष्पा कैड़ा, निर्मला जोशी, रीता दुर्गापाल, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, मोहन सिंह नेगी, आनंद बल्लभ जोशी, मथुरा दत्त मिश्रा, नवीन चंद्र पाठक, डॉ. जेसी दुर्गापाल व आनंद जोशी ने विचार रखे।