अधिक उत्पादन को फसल सुरक्षा जरूरी
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए स्वस्थ्य मिट्टी के साथ साथ फसल सुरक्षा का उचित प्
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए स्वस्थ्य मिट्टी के साथ साथ फसल सुरक्षा का उचित प्रबंधन जरूरी है। इसके लिए काश्तकारों को हर तीन साल में मिट्टी की जांच करानी चाहिए एवं रोग, कीट व खरपतवार की रोकथाम के उपाय भी करने होंगे। यह बात कृषि विशेषज्ञों ने मंडी भवन परिसर में आयोजित मृदा जांच व फसल सुरक्षा गोष्ठी में कही।
आयोजन इंडियन इफ्को की ओर से किया गया था। इस दौरान सभी उत्पादक समूह की महिलाओं को लौकी, भिंडी, करेला, कद्दू, खीरा, तुरई व लोबिया के उन्नत बीज निशुल्क बांटे गए। कृषि विशेषज्ञों ने कृषि, बागवानी व सब्जी उत्पादन के आधुनिक व उन्नत तौर-तरीके बताए। कहा कि खेती की उन्नत विधियां अपनाकर गांवों के कृषक आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
इफ्को के क्षेत्रीय प्रबंधक बीएस सरोहा ने बताया कि इफको ने पर्वतीय कृषि के लिए जैव उर्वरक बनाना भी प्रारंभ कर दिया है, जो जैविक खेती के लिए बेहद उपयोगी हैं। परियोजना समन्वयक देश दीपक यादव ने आजीविका परियोजना की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान इफ्को-एमसी के विक्रम सिंह, खंड विकास अधिकारी ब्रजमोहन गुरुरानी, कृषि एडीओ-जगदीश मासीवाल व इन्हेयर के गिरीश चंद्र पंत ने आधुनिक कृषि की नवीनतम जानकारियां दीं।
कृषकों की ओर से गोपाल सिंह मनराल, मंजू देवी, राधा देवी व गंगा देवी ने कृषि संबंधी सुझाव व विचार रखे। अध्यक्षता ब्लॉक प्रमुख बिशन राम व संचालन विनोद कुमार जोशी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में यशोदा देवी, नवीन दुबेदी, पूरन भंडारी, दीपक शर्मा, हरीश सिंह नेगी व पुष्पा आदि ने सहयोग दिया। गोष्ठी में संपूर्ण चौखुटिया क्षेत्र के उत्पादक समूहों की 200 महिलाओं ने प्रतिभाग किया।