पहाड़ की पीड़ा समझने वाले को ही चुनें
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : महिला एकता परिषद की पदयात्रा में एलान किया गया कि इस बार ऐसे प्रत्याशी को
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : महिला एकता परिषद की पदयात्रा में एलान किया गया कि इस बार ऐसे प्रत्याशी को विधानसभा में भेजा जाए जिसके बच्चे स्थानीय विद्यालयों में शिक्षा ले रहे हैं। वही प्रतिनिधि खामियों को समझ उसमें सुधार ला सकता है। इसके अलावा जंगली सूअरों व बंदरों से बेजार होती खेती का दंश झेल रहे प्रतिनिधि को चुनने का आह्वान किया गया, ताकि वह ठोस योजना तैयार करा सके।
महिला एकता परिषद की पिछले दो माह से ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही पदयात्रा चौथे चरण में टाना, ढूंगा, सनणे, मीनार, शिलंग, बाड़ी आदि क्षेत्रों में पहुंची। इस दौरान हुई महापंचायत में वक्ताओं ने कहा कि गावों के वजूद को बचाने के लिए महिलाओं ने विशेष संकल्प लेकर यात्रा शुरू की है। गावों की बदहाली, शिक्षा व्यवस्था में सुधार की माग हर बार अनसुनी की जाती रही है। इस लचर व्यवस्था को बदलना बेहद जरूरी है। जिसके बच्चे स्थानीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें चुनने पर जोर दिया गया।
परिषद ने तय किया कि यह आवाज हर क्षेत्र में बुलंद की जाएगी। नई विधानसभा के गठन के बाद निर्णायक संघर्ष की रुपरेखा तय की जाएगी। इस मौके पर पुष्पा रावत, हेमा नेगी, मधुबाला काडपाल, दुर्गा देवी, माया देवी, सरस्वती देवी, कमला देवी, हंसी देवी, पार्वती देवी, नंदी देवी, भगवती तिवारी, बसंती देवी, राधा नेगी, गीता नेगी, मोहनी देवी, जोगुली देवी, भावना देवी आदि मौजूद रही।