ठिठुरन के बीच पहाड़ में सूखे हलक
संवाद सहयोगी, रानीखेत : हाड़ कंपाती सर्दी के बीच पर्वतीय अंचल में पेयजल संकट ने मुसीबत और बढ़ा दी है
संवाद सहयोगी, रानीखेत : हाड़ कंपाती सर्दी के बीच पर्वतीय अंचल में पेयजल संकट ने मुसीबत और बढ़ा दी है। विकासखंड के सुदूर गांवों में लोग बूंद बूंद को तरसने लगे हैं। पेयजल योजना में पानी कम होने से ग्रामीणों को कोसों दूर जल स्रोतों से जुगाड़ करना पड़ रहा। वह भी नाकाफी साबित हो रहा।
कड़ाके की ठंड बढ़ने के साथ ही पहाड़ में पानी की किल्लत भी बढ़ गई है। ग्रामीणों के अनुसार विकासखंड के दूरस्थ चापड़, बलियाली, नौड़ा आदि गांवों में तो पिछले छह माह से भी अधिक समय से संकट बना हुआ है। गोलाघाट पंपिंग योजना में पानी कम होने के कारण समस्या बढ़ गई है। स्थानीय दीपक जोशी, किशोर जोशी, खुशाल सिंह, नैन सिंह आदि ने आरोप लगाया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही।
मजबूरन संकट से जूझ रहे ग्रामीणों को कोसों दूर में स्रोतों से व्यवस्था करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से पेयजल आपूर्ति सुचारु करने के लिए पेयजल योजना को दुरुस्त किए जाने की मांग दोहराई है। उधर अधिकारियों के अनुसार बरसात कम होने से नदियों का जल स्तर गिरने के कारण संकट है।