सद्मार्ग पर चलें, लोभ व मोह से रहें दूर
संवाद सहयोगी, चौखुटिया : गेवाड़ घाटी के प्रसिद्ध अगनरी मैया मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद् देवीभागवत
संवाद सहयोगी, चौखुटिया : गेवाड़ घाटी के प्रसिद्ध अगनरी मैया मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद् देवीभागवत कथा ज्ञान महोत्सव से माहौल भक्तिमय बना है। दूर गांवों से पहुंचकर श्रद्धालु कथा के रसास्वादन के साथ साथ भजन-कीर्तनों की रसधारा का आनंद ले रहे हैं।
बुधवार को कथा व्यास पंडित कैलाश चंद्र सुयाल ने दैवीय शक्ति का बखान करते हुए कहा कि हमें उनका चरण द्वारण ग्रहण करना चाहिए। मां जगदंबा के शरण में जाने से कुछ न कुछ जरूर हासिल होता है। प्रसंग में उन्होंने देवकी व वसुदेव की कथा सुनाई। बताया कि दोनों ही अंत:करण के प्रतीक हैं। जब मन व बुद्धि की बागडोर कामी व भोगी हिंसक के हाथ में होती है, तो उस समय संकट का आना स्वाभाविक ही है।
व्यास ने भक्तजनों को सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी एवं कहा कि हमें काम, क्रोध, लोभ व मोह से दूर रहना चाहिए। उन्होंने आदर्श जीवन जीने के प्रेरक प्रसंग भी सुनाए। कथा में संगीत की सुरलहरियों ने खूब समां बांध दिया। शाम को सभी ने आरती में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया। कथा में मुख्य यजमान पूरन सिंह सपरिवार शामिल हैं। अंत में अध्यक्ष डॉ. कुलदीप बिष्ट ने श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया।