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'खाली जेब' हमारी कन्या हमारा अभिमान

दीप सिंह बोरा, रानीखेत बेटियों की परवरिश, शिक्षा व सेहत दुरुस्त रखने की राह में गरीबी आड़े आने

By Edited By: Published: Wed, 31 Aug 2016 08:03 PM (IST)Updated: Wed, 31 Aug 2016 08:03 PM (IST)
'खाली जेब' हमारी कन्या हमारा अभिमान

दीप सिंह बोरा, रानीखेत

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बेटियों की परवरिश, शिक्षा व सेहत दुरुस्त रखने की राह में गरीबी आड़े आने लगी है। यही वजह है बालिका सशक्तिकरण के लिये राज्य में शुरू महत्वाकांक्षी 'हमारी कन्या हमारा अभिमान' योजना को खाली जेब चलाने की मजबूरी बढ़ती जा रही है। नतीजा प्रदेश के अमूमन सभी जिलों में लाभार्थियों की एफडी पर ब्रेक लग गया है। आलम यह है कि अकेले अल्मोड़ा जनपद में ही योजना से जुड़ी करीब तीन हजार बेटियों का लगभग नौ करोड़ रुपये का एफडी तोहफा अधर में लटका पड़ा है।

दरअसल, वर्ष 2009-10 में शुरू नंदा देवी कन्या धन योजना का नाम बदल कर 2014 में 'हमारी कन्या हमारा अभिमान' रखा गया था। इसका उद्देश्य बेटी के जन्म से लेकर 18 वर्ष पूर्ण होने यानी युवावस्था तक 15 हजार रुपये प्रति पात्र एफडी के तौर पर खाते में जमा की जानी थी। ताकि कन्या के लालन पालन, स्वास्थ्य व शिक्षा में आर्थिक संकट रोड़ा न बने। शुरूआत में योजना जोरशोर से चली। योजना फलीभूत होती नजर भी आई। मगर अब मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में इलाज का बजट रुकने के बाद अब बालिका सशक्तिकरण की योजना में भी आर्थिक तंगी का रोड़ा लग गया है।

राज्य के अन्य जिलों का जिक्र छोड़ अल्मोड़ा का ही जिक्र करें तो यहां वर्ष 2014-15 में 2958 पात्रों के आवेदन स्वीकृत हुए। सूत्र बताते हैं कि इस वित्तीय वर्ष में यह संख्या बढ़ कर तीन हजार के पार जा पहुंची है। मगर मात्र 800 बेटियों की एफडी ही जारी हो सकी। शेष के लिये करीब 9.50 करोड़ के बजट पर ब्रेक लगा पड़ा है।

ताड़ीखेत ब्लॉक को मिले 11.25 लाख

- 51 बेटियों को बांटी एफडी, 1523 पात्र तक रहे राह

रानीखेत : आदर्श ब्लॉक का दर्जा वापस पाने के लिये जूझ रहा ताड़ीखेत विकासखंड क्षेत्र के 75 लाभार्थियों के लिये 11.25 लाख का बजट स्वीकृत कराने में सफल रहा है। पिछले पांच वर्षो में जनपद में सर्वाधिक 760 आवेदन इसी ब्लॉक में हुए हैं। चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में शासन से 763 आवेदन और स्वीकृत होने के बाद पात्रों की संख्या बढ़कर 1523 जा पहुंची है। बुधवार को प्रमुख रचना रावत ने 51 बेटियों की माताओं को 15-15 हजार की एफडी भेंट की। उन्होंने कहा कि हरेक पात्र को योजना का लाभ दिलाने के लिये ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य सरकार से लगातार पत्राचार कर शेष लाभार्थियों की एफडी का बजट भी जल्द अवमुक्त करा लिया जायेगा। इस मौके पर ज्येष्ठ प्रमुख प्रेम अधिकारी, कनिष्ठ उप अंबादत्त पंत, जिपं सदस्य अमित पांडे, बाल विकास परियोजना अधिकारी सुमित्रा आर्या आदि मौजूद रहीं।

== इंसेट==

'कन्याओं की बेहतरी को चली योजना का प्रचार प्रसार कर जनपद में सर्वाधिक आवेदन हमने अपने ब्लॉक से करवाये हैं। वंचित पात्रों के खातों में शीघ्र धनराशि पहुंच सके, इसके लिये शासन व मुख्यमंत्री को लगातार पत्राचार किया जा रहा है। उम्मीद है जल्द एफडी जारी हो जायेगी।

- रचना रावत, ब्लॉक प्रमुख ताड़ीखत'

'बजट में परेशानी आ रही है। हमने करीब 9.50 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा है। ताकि वंचित पात्रों के खातों में धनराशि पहुंचाई जा सके। फिलहाल जनपद में 800 कन्याओं के लिये बजट मिला है।

- पीएस बृजवाल, जिला बाल विकास परियोजना अधिकारी'


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