राज्य कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर
- वेतन विसंगति पर आयोग के और समय मांगने पर चढ़ा पारा - संयुक्त परिषद से जुड़े विभागीय कार्यालयों म
- वेतन विसंगति पर आयोग के और समय मांगने पर चढ़ा पारा
- संयुक्त परिषद से जुड़े विभागीय कार्यालयों में द्वार सभाएं
संवाद सहयोगी, रानीखेत : वेतन विसंगति के मुद्दे पर राज्य कर्मचारियों के तेवर और तीखे हो गये हैं। संयुक्त परिषद से जुड़े तमाम विभागीय कार्यालयों में द्वार सभाओं के जरिये कर्मचारी नेताओं ने शासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आंदोलन और तेज करने का ऐलान किया। कहा कि लंबे संघर्ष के बावजूद अब आयोग 15 दिन का समय मांगा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर परिषद की उपमंडल शाखा से जुड़े कर्मचारी बुधवार को विभिन्न विभागों में पहुंचे। इस दौरान हुई द्वार सभाओं में वक्ताओं ने राज्य सरकार पर वेतन विसंगति के मुद्दे को हल्के में लेने का आरोप लगाया। सातवें वेतन आयोग की सिफारिश को अविलंब लागू किए जाने की मांग उठाते हुए कर्मचारी नेताओं ने इस बात पर कड़ा एतराज जताया कि आयोग ने 15 दिन का समय और मांगा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। तय हुआ कि हकहकूक को अब आंदोलन और तज किया जायेगा। अध्यक्षता रवींद्र तिवारी व संचालन राजेश कुमार ने किया। इस मौके पर शाखा अध्यक्ष धु्रव चंद्र सिंह रौतेला, मंत्री कुंदन सिंह बिष्ट व आरएस मनराल, संजय सती, गणेश पांडे, संजय बिष्ट, कुंदन सिंह बिष्ट, उमेश बिष्ट, गीता गोस्वामी, संजय सिंह रावत, नवीन चंद्र, चंदन राम आर्या, केडी शर्मा, गोपाल सिंह, मोहन सिंह रौतेला आदि मौजूद रहे।