खाने को दूर, बीज के लिए गेहूं के लाले
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जनपद के ताड़ीखेत ब्लाक अंतर्गत कई गांवों को समेटे कंडारखुवा पट्टी के किसान पर
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जनपद के ताड़ीखेत ब्लाक अंतर्गत कई गांवों को समेटे कंडारखुवा पट्टी के किसान परेशान हैं। उन्हें गत रबी फसल के दौरान सूखे का असर अभी भी झेलना पड़ रहा है। पिछली बार गेहूं नहीं होने से उन्हें अब गेहूं बीज के लाले पड़ रहे हैं।
गत वर्ष जिले में रबी सीजन जबर्दस्त सूखे की चपेट में रही। असिंचित क्षेत्र के कंडारखुवा व फल्दाकोट पट्टियों में सूखे के हालात से कई कृषकों ने गेहूं की बुवाई ही नहीं की और जिन लोगों ने बुवाई की। उनकी पैदावार नगण्य रही। ऐसे में खाने के लिए तो दूर, बीज के लिए भी गेहूं उपलब्ध नहीं है। तब से गेहूं व आटे के लिए ग्रामीण सस्ते गल्ले की दुकानों या परचून की दुकानों पर निर्भर रहे। अब यहां अक्टूबर माह में गेहूं बुवाई शुरू होती है, मगर क्षेत्र के कृषकों के पास बीज के लिए गेहूं उपलब्ध नहीं है। जिससे किसान चिंतित हैं।
मुख्य कृषि अधिकारी तक पहुंचा मामला
अल्मोड़ा: कंडारखुवा पट्टी के ईड़ा की क्षेत्र पंचायत सदस्य सरिता फत्र्याल ने कृषकों की गेहूं बीज की समस्या को लेकर मुख्य कृषि अधिकारी का ध्यान खींचा है। उन्हें क्षेत्र की पूरी स्थिति से अवगत कराया है। अनुरोध किया है कि बुवाई के वक्त से पहले ही क्षेत्र के किसानों के लिए कृषि उप केंद्र अल्मियाकांडे, उद्यान सचल दल केंद्र काकड़ीघाट व बजोल में गेहूं बीज उपलब्ध कराया जाय।