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आवारा पशुओं से निजात को कैंट बोर्ड पर दबाव

संवाद सहयोगी, रानीखेत : पर्यटन नगरी में आवारा जानवर जी का जंजाल बन गए हैं। इससे निजात दिलाने के लिए

By Edited By: Published: Thu, 30 Jun 2016 06:56 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2016 06:56 PM (IST)
आवारा पशुओं से निजात को कैंट बोर्ड पर दबाव

संवाद सहयोगी, रानीखेत : पर्यटन नगरी में आवारा जानवर जी का जंजाल बन गए हैं। इससे निजात दिलाने के लिए व्यापार मंडल ने छावनी परिषद पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। साथ ही हिंसक होते कुत्तों से मुक्ति के लिए भी सात दिन की मोहलत देते हुए भी ठोस कदम न उठाये जाने पर आंदोलन का ऐलान किया है।

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गांधी चौक, सदर व हालिया मीना बाजार में व्यवसायी को सांड़ ने गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसके अलावा आवारा कुत्ते भी कई लोगों को काट चुके हैं। छावनी परिषद व प्रशासन से बार-बार शिकायत के बावजूद बाजार क्षेत्र में घूम रहे आवारा पशुओं से निजात दिलाने को ठोस पहल न होने पर अब व्यापार मंडल लामबंद होने लगा है। गुरुवार को अध्यक्ष भगवंत सिंह नेगी के नेतृत्व में व्यवसायी मुख्य अधिशासी अधिकारी (कैंट बोर्ड) नरसिम्हा रेड्डी से मिले। बताया कि बाजार क्षेत्र में आवारा गाय, बैल, कुत्ते राह चलते लोगों पर हिंसक होने लगे हैं। दुकान में रखे सामान को भी क्षति पहुंचा रहे हैं। चूंकि पर्यटन सीजन में सैलानियों की आवाजाही ज्यादा है लिहाजा पर्यटकों में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। सात दिन की मोहलत देते हुए व्यापारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि इस अवधि में ठोस कार्ययोजना न बनाई गई तो वह छावनी परिषद कार्यालय का घेराव कर आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, उपाध्यक्ष सीमा जसवाल, दीवान सिंह नेगी, विनीत चौरसिया, सोनू सिद्दकी आदि मौजूद रहे।


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