सांसद व विधायक नियुक्ति-पेंशन को करें प्रभावी पहल
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : नियुक्ति, पेंशन व अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर एसएसबी स्वयंसेवक कल्याण समि
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : नियुक्ति, पेंशन व अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर एसएसबी स्वयंसेवक कल्याण समिति गुरूवार को भी कलक्ट्रेट में धरने पर डटे रहे। समिति ने राज्य व केंद्र सरकार पर एसएसबी स्वयंसेवकों की सुध नहीं लेने का आरोप लगाया। कहा कि स्वयंसेवक लक्ष्य हासिल होने तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इसके लिए चाहे उन्हें कितना ही संघर्ष क्यों नहीं करना पड़े।
वक्ताओं का कहना था कि वह 26 अक्टूबर, 2009 से नियुक्ति व पेंशन की मांग को लेकर लगातार संघर्षरत हैं, इसके बाद भी अब तक उनकी कोई सुध नहीं ली गई है। इससे स्वयंसेवकों में रोष बढ़ता जा रहा है। वक्ताओं का कहना था कि इन आठ सालों में केंद्र सरकार मात्र स्वयंसेवकों का सत्यापन भर कर पाई। अब सत्यापन कार्य को पूरा हुए आठ माह का समय हो चुका है, इसके बाद भी स्वयंसेवकों को न तो नियुक्ति मिल पाई है, और न ही पेंशन मामले का समाधान हो पाया है। वक्ताओं ने इस मामले पर राज्य के विधायकों व सांसदों से स्वयंसेवकों के मसले पर प्रभावी कार्रवाई किए जाने के लिए आगे आने का आह्वान किया है। कहा कि यदि समय रहते लंबित समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इधर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी प्रकोष्ठ कि संयोजक महेश परिहार व उक्रांद के संयोजक गोपाल सिंह मेहता ने स्वयंसेवकों के आंदोलन को समर्थन दिया है।
धरने पर ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला , जगदीश सुप्याल, संजय कुमार, आनंदी महरा, भानु पंत, दीपा परगाई व रेखा बगड्वाल आदि बैठे।