एसएसबी स्वयंसेवकों का आक्रोश फूटा
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिला मुख्यालय में एसएसबी स्वयंसेवकों के धरने को 2400 दिन पूरे होने पर उन्हों
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिला मुख्यालय में एसएसबी स्वयंसेवकों के धरने को 2400 दिन पूरे होने पर उन्होंने रविवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। इससे पहले गांधी पार्क में हुई सभा में वक्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार की हठधर्मिता पर कड़ा आक्रोश जताया। कहा गया कि यदि शीघ्र सुध नहीं ली गई तो वह करो या मरो जैसा बड़ा आंदोलन खड़ा करने को बाध्य होंगे। स्पष्ट किया कि हितों की अनदेखी किसी भी स्थिति में सहन नहीं की जाएगी।
जिले के विभिन्न विकास खंडों से स्वयंसेवक स्थानीय गांधी पार्क पर एकत्रित हुए। उन्होंने सभा कर अब तक स्वयंसेवकों को नियुक्ति व पेंशन नहीं दिए जाने पर रोष व्यक्त किया। कहा कि 26 अक्टूबर 2009 से जिला मुख्यालय में शुरू हुए धरने के बाद इतने सालों में कई बार राज्य व केंद्र सरकारों को समस्या बता चके हैं, इसके बाद भी कोई सुध नहीं ली गई है। एसएसबी स्वयंसेवक कल्याण समिति के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि विगत दो साल के कार्यकाल में केंद्र के सांसदों ने सरकार व जनता के बीच जहां स्वयंसेवकों की मांगों का जिक्र तक नहीं किया। वहीं विधायक वर्षो से चल रहे धरना व प्रदर्शनों का संज्ञान नहीं ले रहे हैं। उनका कहना था कि अब समय आ गया कि हमें अपने आंदोलन के तौर तरीकों की समीक्षा करनी होगी। उन्होंने स्वयंसेवकों से आंदोलन में बढ़चढ़कर भागीदारी करने का आह्वान किया। जिससे आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाया जा सके।
प्रदर्शन में केंद्रीय अध्यक्ष के अलावा जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, हरीश बोरा, ध्यान सिंह रावत, राजेंद्र भाकुनी, गंगा सिंह, दिनेश लोहनी, अर्जुन सिंह, विशन सिंह नेगी, बची सिंह, गिरीश चंद्र, दीवान सिंह, रतन सिंह, डूंगर सिंह, उर्वादत्त, हरीश सुप्याल, गोविंद बल्लभ कांडपाल, सर्वजीत रौतेला, पनी राम, गोपाल सिंह, सुंदर सिंह, खड़क सिंह पिलख्वाल, मनोहर सिंह, कमला रौतेला, कमला सुप्याल, इंद्रा तिवारी, भानु पंत, आनंदी जोशी समेत दर्जनों स्वयंसेवक मौजूद थे।