रानीखेत में थमी नहीं जंगलों की आग
संवाद सहयागी, रानीखेत : पड़ोसी जनपद नैनीताल से इतर रानीखेत उपमंडल में हालात अब भी बेकाबू हैं। जैव
संवाद सहयागी, रानीखेत : पड़ोसी जनपद नैनीताल से इतर रानीखेत उपमंडल में हालात अब भी बेकाबू हैं। जैव विविधता से लबरेज दलमोठी के बाद अब बूबूधाम का मिश्रित वन क्षेत्र भी लपटों से घिर गया। स्थिति इतनी विकट हो गई कि बगैर तैयारी पहुंचे वन कर्मी भी बेबस नजर आए। होम गार्ड के छह जवान और बुलवाए गए। स्थानीय लोगों की भी मदद ली गई, मगर जंगल का बड़ा हिस्सा पूरी तरह जल चुका था।
रानीखेत रेंज में जंगलों की आग नहीं थम रही। बीते रोज किलकोट का जंगल जलने के बाद अब बुधवार को मजखाली अल्मोड़ा हाईवे स्थित बूबूधाम का मिश्रित वन क्षेत्र में लपटों ने विकराल रूप ले लिया। पास ही सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के कार सेवकों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति बिगड़ती चली गई। रेंज अधिकारी दीवानी राम ने मोबाइल वैन से पांच वन कर्मी भेजे, लेकिन आग के लगातार फैलने पर होमगार्ड के छह जवान बुलवाए। इतना सब करने के बावजूद वन क्षेत्र धू-धूकर जलता रहा। शाम बमुश्किल स्थिति कुछ नियंत्रण में आ सकी। विभागीय सूत्रों ने पांच हेक्टेयर जंगल जलने का दावा किया, मगर वास्तविक आंकड़ा कहीं अधिक है।
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अब धुएं का गुबार जी का जंजाल
द्वाराहाट/ ताड़ीखेत : दोनों विकासखंडों में बुधवार को भी जंगलों से धुंआ उठता रहा। यहां कोई भी वन क्षेत्र आग से अछूता नहीं रहा। अब पूरे जंगल जल जाने के बाद धुंए का गुबार जी का जंजाल बन गया।