देवत्व की रक्षा को प्रकट होती मां
संवाद सहयोगी, रानीखेत : सिद्धपीठ मां कालिका मंदिर के 25वें वार्षिकोत्सव से माहौल भक्तिमय हो उठा। संग
संवाद सहयोगी, रानीखेत : सिद्धपीठ मां कालिका मंदिर के 25वें वार्षिकोत्सव से माहौल भक्तिमय हो उठा। संगीतमय देवी भागवत कथा, नित्य आरती एवं भजन कीर्तनों के साथ प्रात: हवन यज्ञ हुआ। पूर्णाहुति के बाद भंडारा लगा। इसमें नगर क्षेत्र के साथ ही दूरदराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
ब्रह्मालीन महाराज मंगल भारती के परम शिष्य महंत पशुपति भारती के निर्देशन में दस दिवसीय सहस्र चंडी यज्ञ एवं श्रीमद् देवी भागत कथा का बुधवार को विधिवत पारायण हुआ। कथावाचक आचार्य डॉ. दिनेश चंद्र भारद्वाज ने मांग की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि दैवीय संपत्ति की रक्षा के लिए ही समय-समय पर माता रानी ने प्रकट होकर आसुरी शक्तियों का नाश किया।
प्रात: हवन के बाद पूर्णाहुति दी गई। शिव दत्त कांडपाल, गंगा कांडपाल मुख्य यजमान रहे। महंत कुंभ भारती, अमर भारती, प्रयाग भारती, शंभू भारती, प्रदीप पांडे, पंकज पांडे, नवीन कांडपाल, हेम कांडपाल, ताराचंद्र कांडपाल ने मंत्रोच्चार किया। ज्योति साह मिश्र, गीता देवी, कुमकुम देवी, ममता देवी, राधा देवी ने सेवादारी की। बाद में आयोजित भंडारे में सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।