कैंप में अल्मोड़ा के कैडेटों ने जमाई धाक
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: कुमाऊं विवि के सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के एनसीसी कैडेट उत्कृष्ट प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: कुमाऊं विवि के सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के एनसीसी कैडेट उत्कृष्ट प्रदर्शन कर संयुक्त वार्षिक, खेल व आइजीसी शिविर में धाक जमाकर लौटे हैं। शानदार प्रदर्शन के बल पर यहां के सात कैडेटों का चयन एनसीसी की राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता को हुआ है। इसके अलावा विविध गतिविधियों में यहां के कैडेटों ने छह स्वर्ण व तीन रजत पदक अपने नाम किए।
कुमाऊं विवि के एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के एनसीसी कैडेटों ने 77वीं उत्तराखंड बटालियन एनसीसी अल्मोड़ा के बैनर तले एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट देवेंद्र सिंह बिष्ट के निर्देशन में संयुक्त वार्षिक, खेल व आइजीसी प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया। यह शिविर रानीबाग व कमोला में चला, इसमें राज्य की विविध एनसीसी बटालियनों से करीब 600 कैडेटों ने शिरकत की और कैडेटों ने युद्ध कला, ड्रिल, गार्ड ऑफ ऑनर, हथियारों, मानचित्र, समाज सेवा व खेलों का प्रशिक्षण लिया। एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि शिविर में अल्मोड़ा के कैडेटों ने कई गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन कर नाम रोशन किया। उनके इस प्रदर्शन की शिविर के कमांडेंट कर्नल अजय जोशी व सहायक कमांडेंट कर्नल जगजीत सिंह रौतेला ने प्रशंसा की। शिविर में अल्मोड़ा परिसर की नीमा रौतेला, हिमानी आर्या, भास्कर जोशी, रंजीत सिंह, धीरज मेहता, दिनेश कोरंगा, सूरज बोरा का दिल्ली में आयोजित होने वाली एनसीसी राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ। वहीं आठ कैडेटों का चयन गणतंत्र दिवस परेड शिविर देहरादून के लिए हुआ है। परिसर के कैडेटों ने टेंट पिचिंग एवं ड्रिल प्रतियोगिता की ट्राफी पर कब्जा किया। सीनियर अंडर ऑफिसर कैलाश भट्ट व हिमानी भट्ट ने सर्वश्रेष्ठ सीनियर कैडेट और अंडर ऑफिसर पुष्कर को सर्वश्रेष्ठ कैडेट का स्वर्ण पदक झटका। एसडी वर्ग में हुए निबंध में कैलाश चंद्र भट्ट ने स्वर्ण व चंचल सिंह ने रजत पदक, एसडब्लू वर्ग में हिमानी भट्ट ने स्वर्ण पदक, डिबेट में कैडेट दिव्यांशु ने स्वर्ण व पुष्कर भट्ट ने रजत पदक का सम्मान पाया। क्विज प्रतियोगिता में कैडेट सुशीला भोज को स्वर्ण व विक्रम सिंह को रजत पदक मिला। कैडेटों की इस उपलब्धि पर एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा के परिसर निदेशक प्रो. आरएस पथनी, डीएसडब्ल्यू प्रो. दया पंत, प्राक्टर प्रो. जेएस बिष्ट समेत प्राध्यापकों ने कैडेटों की प्रशंसा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।