Move to Jagran APP

खटीमा व मंसूरी के शहीदों का स्मरण

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान खटीमा व मंसूरी में शहीद हुए क्रांतिकारियों

By Edited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 11:01 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 11:01 PM (IST)
खटीमा व मंसूरी के शहीदों का स्मरण

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान खटीमा व मंसूरी में शहीद हुए क्रांतिकारियों को 21वीं पुण्य तिथि पर भाव पूर्वक याद किया। उत्तराखंड लोक वाहिनी केंद्रीय कार्यालय में हुए कार्यक्रम में शहीदों के सपनों का राज्य बनाने को अभी संघर्ष की जरूरत बताई।

loksabha election banner

वाहिनी के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. शमशेर सिंह बिष्ट ने कहा कि राज्य निर्माण के लिए कई लोगों ने अपनी शहादत दी। लेकिन 15 साल बाद भी हालात जस के तस बने हैं। आज भी लूटखसोट व ठेकेदारी प्रथा, नौकरशाही व भ्रष्टाचार ही हावी है, जिससे सपने दरकिनार हो गए। उन्होंने कहा कि लूटतंत्र को समाप्त करने का संकल्प लेकर इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। तभी शहीदों के सपनों को साकार किया जा सकता है। यही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। संचालन पूरन चंद्र तिवारी ने किया। कार्यक्रम में जंग बहादुर थापा, जगत रौतेला, डॉ. दयाकृष्ण कांडपाल, अनीसउद्दीन, रेवती बिष्ट, अमीनुर्रहमान, बसंत खनी, राम सिंह आदि शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.