काफिला रोका, नेता प्रतिपक्ष का घेराव
जागरण संवाददाता, रानीखेत : ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एक्टू) के बैनर तले आशा कार्यक
जागरण संवाददाता, रानीखेत : ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एक्टू) के बैनर तले आशा कार्यकत्रियां व अन्य श्रमिक संगठनों के लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट का काफिला रोक प्रदर्शनकारियों ने उनका घेराव किया।
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल पर बुधवार को नगर में धरना-प्रदर्शन किया गया। एक्टू के जिला प्रतिनिधि आनंद सिंह नेगी की अगुवाई में बुधवार को विभिन्न श्रमिक संगठनों से जुड़े लोगों ने केंद्र के खिलाफ हल्ला बोला। विजय चौक पर प्रदर्शनकारियों ने नगर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष भट्ट का काफिला रोक घेराव किया। एक्टू नेता नेगी ने मोदी सरकार पर कामगारों व मजदूरों के कानूनी अधिकार छीनने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि उत्तराखंड गठन के बाद से ही आशा, आंगनबाड़ी, भोजनमाता, ग्राम प्रहरी, बीएसएनएल ठेका मजदूर शोषण व उत्पीड़न के शिकार हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर भी इन मुद्दों की अनदेखी की तोहमत मढ़ी। नेता प्रतिपक्ष ने ज्वलंत मुद्दों को सदन में उठाने का आश्वासन दिया।
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राज्य कर्मी घोषित हों आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स
एक्टू की आमसभा में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, अपराध तथा महिला कामगारों के शोषण का मुद्दा जोरशोर से उठा। वक्ताओं ने श्रम कानूनों में संशोधन को मजदूर विरोधी करार देते हुए इसे रद किऐ जाने, आशा, आंगनबाड़ी व भोजनमाताओं को स्थायी राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग की। इसके अलावा पीपीपी मोड को समाप्त किए जाने, सिडकुल में कामगारों के उत्पीड़न पर अंकुश को ठोस नीति, ठेका उन्मूलन आदि मुद्दे भी उठाए गए। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया गया। इस मौके पर एक्टू नेता आनंद नेगी, आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष सरोज चौधरी, गरिमा साह, मंजू चौधरी, आशा पांडे, नाजमा बेगम,भगवती बिष्ट, ममता परमार, राधा देवी, अलका जोशी, नीमा बिरौड़िया, गीता सजवाण, मीना आर्या आदि मौजूद रहीं।