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मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की जरूरत

जागरण कार्यालय, अल्मोड़ा : पर्वतीय क्षेत्र में मत्स्य व्यवसाय को बढ़ावा देने की जरूरत है। इससे इन क्ष

By Edited By: Published: Fri, 28 Aug 2015 10:29 PM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2015 10:29 PM (IST)
मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की जरूरत

जागरण कार्यालय, अल्मोड़ा : पर्वतीय क्षेत्र में मत्स्य व्यवसाय को बढ़ावा देने की जरूरत है। इससे इन क्षेत्रों में आजीविका के साधन मुहैया हो सकेंगे। इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए मछलियों के अवैध शिकार पर भी रोक लगानी होगी।

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यह बात जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने निकटवर्ती सुयाल और विश्वनाथ नदी में मत्स्य बीज डालने के दौरान कही। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों की नदियों में महाशीर मछली मुख्य है, लेकिन कुछ लोग ब्लीचिंग, डाइनामाइट व विद्युत प्रवाह से नदियों में अवैध रूप से शिकार कर रहे हैं। जो सरासर अवैधानिक नहीं है। उन्होंने कहा कि अवैध शिकार पर रोक लगाते हुए हमें इस प्रजाति की मछलियों का संरक्षण करना होगा। इसके लिए पर्यावरण बटालियन व मत्स्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नदियों से रेता-बजरी के खनन को रोकने के लिए भी गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी।

डीएम ने कहा कि नदियों में मत्स्य प्रचुरता एवं पर्यावरण शुद्धि के लिए मत्स्य विभाग द्वारा जलाशय विकास योजना कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर दर्शन नैलवाल, महेंद्र प्रसाद, प्रेम लाल, देवेंद्र चौहान, महेंद्र सिंह, गोकुल गोस्वामी, दिनेश गिरि, नीता पांडे, नंद लाल, सुरेंद्र बिष्ट आदि कर्मचारी मौजूद रहे।


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