कार्यकत्रियों का फूटा आक्रोश
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : लंबित समस्याओं का निराकरण न होने से आक्रोशित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सेवि
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : लंबित समस्याओं का निराकरण न होने से आक्रोशित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सेविकाओं व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सोमवार को नगर में जुलूस निकाला। साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें त्वरित समस्याओं के निराकरण की मांग की गई है।
जिले के विभिन्न विकास खंडों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां, सेविकाएं व मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकत्रियां स्थानीय चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क पर एकत्रित हुई। यहां कुछ देर सभा हुई जिसमें वक्ताओं ने सरकार पर समस्याओं के निराकरण में हीलाहवाली का आरोप लगाया। कहा कि हितों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए उन्हें चाहे कितना ही संघर्ष क्यों नही करना पड़े। वक्ताओं ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को राज्य कर्मचारी घोषित करने, मुख्य सेविकाओं के रिक्त पद शत प्रतिशत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भरे जाने, 300 जनसंख्या के मानक के आधार पर मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को उच्चीकृत करने आदि की मांग उठाई गई।
सभा के बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने जुलूस निकाला। जुलूस विभिन्न मागरें से होते हुए कलक्ट्रेट पहुंचा। जहां जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। जिसमें समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग की गई है। जुलूस में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती, सेविका व मिनि कर्मचारी संगठन की जिलाध्यक्ष संगीता साह, सुनीता तिवारी, गीता बिष्ट, पुष्पा बिष्ट, मीरा नेगी, लता जोशी, मोहिनी बिष्ट, गोविंदी, सरस्वती देवी, खष्टी रौतेला, सरस्वती बिष्ट, संगीता साह, गीता जोशी समेत दर्जनों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां शामिल थीं।
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आश्वासन को तीन साल, अमल नहीं
अल्मोड़ा: आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने इन्हीं समस्याओं को लेकर साल 2012 में भी धरना-प्रदर्शन किया था। तब कांग्रेस सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को समस्याओं के निराकरण का लिखित आश्वासन दिया था। तब से तीन साल का वक्त गुजर चुका है, एक मांग पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।