एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने विवि प्रशासन का फूंका पुतला
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : एसएसजे परिसर में विज्ञान विषय में सीटें बढ़ाने और स्ववित्तपोषित कक्षाओं म
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : एसएसजे परिसर में विज्ञान विषय में सीटें बढ़ाने और स्ववित्तपोषित कक्षाओं में फीस कम करने की मांग पर कोई कार्रवाई न होने से गुस्साए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने परिसर में विवि प्रशासन का पुतला फूंका। संगठन के सदस्यों ने कहा है कि अगर उनकी मांगों पर शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह विवि के खिलाफ उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ता एसएसजे परिसर पहुंचे। जहां छात्रों ने विज्ञान वर्ग में सीटों की संख्या में वृद्धि और स्ववित्तपोषित कक्षाओं में फीस की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। वक्ताओं ने कहा कि एक ओर प्रदेश सरकार युवाओं को उच्च शिक्षा देने के बड़े बड़े दावे कर रही है। वहीं एसएसजे परिसर में 67 प्रतिशत अंक वाले छात्र छात्राओं को बीएससी में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। छात्रसंघ अध्यक्ष अशोक कनवाल ने कहा कि विवि परिसर में स्ववित्तपोषित कक्षाओं के नाम पर शिक्षा का बाजारी करण किया जा रहा है। कनवाल ने कहा कि जब तक विज्ञान वर्ग में पचास प्रतिशत सीटें नहीं बढ़ाई जाएंगी। तब तक संगठन अपना आंदोलन जारी रखेगा। एबीवीपी के सह मंत्री राजेंद्र राठौर ने कहा है कि अगर तीन दिनों के भीतर छात्रों की मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन के सदस्य क्रमिक अनशन शुरू कर देंगे। बाद में अपनी मांगों को लेकर कार्यकर्ताओं ने विवि प्रशासन का पुतला भी फूंका।
प्रदर्शन में रविशंकर गुसाई, कमलेश भाकुनी, विनीत बिष्ट, ललित बिष्ट, अक्षित पांडे, पंकज मेहता, आशीष नेगी, राकेश जीना, चंदन गैड़ा, दयाशंकर, पंकज बोरा, हेम बिष्ट, सुनील कठायत, भानु जोशी, मोहित मिश्रा, विराट आदि मौजूद रहे।
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अनियमितताओं पर बिफरी एनएसयूआई
अल्मोड़ा : एसएसजे परिसर में बरती जा रही तमाम अनियमितताओं को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में खासा आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने परिसर निदेशक और अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं कुलानुशासक का घेराव किया और उन्हें ज्ञापन सौंपा। एनएसयूआई छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों पर दबाव बनाने के लिए छात्र संघ सचिव रवि कुमार को नोटिस जारी किया, जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्र परिसर मार्ग के सुधारीकरण, कुमाऊंनी भाषा के बोर्ड फिर से स्थापित किए जाने, अराजकता फैलाने वाले छात्रों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। विवि प्रशासन को छात्रों की इन मांगों पर कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि परिसर में शैक्षणिक माहौल का सुधारा जा सके। ज्ञापन देने वाले छात्रों में प्रदीप बिष्ट, गोकुल खनी, मोहन देवली, जगदीश चुफाल, संदीप तड़ागी, तारा फस्र्वाण, प्रेम पंवार, निर्मल मटेला आदि अनेक छात्र मौजूद रहे।