बरसाती नाले की चपेट में आई महिला
संवाद सहयोगी, जैंती (अल्मोड़ा): जैंती तहसील के मेरगांव में घास लेने गई एक महिला बरसाती नाले की चपेट म
संवाद सहयोगी, जैंती (अल्मोड़ा): जैंती तहसील के मेरगांव में घास लेने गई एक महिला बरसाती नाले की चपेट में आ गई। हादसे में महिला की मौत हो गई है। महिला का शव गांव से पंद्रह किलोमीटर दूर बगड़ गांव के पास मिला है।
मेरगांव निवासी पनी राम की पत्नी मुन्नी देवी (40)सोमवार को ग्राम प्रधान सावित्री देवी के साथ घास लेने जंगल में गई हुई थी। घास काटकर वापस घर आते समय बारिश के कारण उफान पर आए बुसोड़ी गधेरे को पार करते वक्त अचानक उसका पांव फिसल गया और वह बरसाती नाले की चपेट में आ गई। ग्राम प्रधान सावित्री देवी ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन वह तेज पानी के बहाव में बहती चली गई। मुन्नी के नाले में बह जाने की सूचना सावित्री ने गांव के लोगों को दी। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने महिला को ढूंढने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। देर शाम गांव से पंद्रह किलोमीटर दूर बगड़ गांव में ग्रामीणों ने नदी में महिला का शव देखा तो मेरगांव के लोगों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद परिजन और गांव के अन्य लोग बगड़ गांव की ओर रवाना हुए। जहां नदी से मुन्नी देवी का शव गधेरे से बाहर निकाला गया। अचानक हुए इस हादसे के बाद पनी राम के घर में कोहराम मच गया है। मुन्नी देवी के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। पनी राम मेहनत मजदूरी कर जैसे-तैसे अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। लेकिन अचानक हुए इस हादसे ने उसके परिवार के ताने बाने को बिखेर कर रख दिया है।
आपदा में क्षतिग्रस्त पुल का निर्माण नहीं
जैंती (अल्मोड़ा) : जैंती के मेरगांव में सोमवार को काल बने बुसोड़ी गधेरे में पुल न होने के कारण यह नाला गांव के लोगों की जान का दुश्मन बन बैठा है। इस गधेरे को पार करने के लिए इसमें एक पुल का निर्माण किया गया था। लेकिन वर्ष 2010 की आपदा में यह पुल बह गया। तब से यहां के ग्रामीण दर्जनों बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से इस पुल को दुरुस्त करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों की शिकायतों के बाद भी इस पुल का आज तक निर्माण नहीं हो सका है।