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संसाधनों को तरस रही प्रतिभाएं

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाला ऐतिहासिक जिला आजादी के 67 सालों बाद भी ख

By Edited By: Published: Mon, 29 Jun 2015 10:30 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2015 10:30 PM (IST)
संसाधनों को तरस रही प्रतिभाएं

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी देने वाला ऐतिहासिक जिला आजादी के 67 सालों बाद भी खेल सुविधाओं से वंचित है। जिले में खेल प्रतिभाएं, प्रशिक्षकों व क्रीड़ा मैदानों की कमी से जूझ रहे हैं। अब भी 262 हाईस्कूल-इंटर कालेज खेल मैदान विहीन है। जहां खेल मैदान हैं भी वहां संसाधनों का अभाव बना है। हालत यह है कि जिला मुख्यालय में एक दर्जन संचालित खेलों में से मात्र एक बैडमिंटन खेल में ही नियमित कोच नियुक्त है, बाकी में संविदा प्रशिक्षकों के माध्यम से जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है।

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खेलों व प्रशिक्षकों के प्रति राज्य व केंद्र सरकार कितनी गंभीर हैं इसका अंदाज नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों की स्थिति को देखकर लगाया जा सकता है। एक ओर केंद्र व राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है। वहीं जिले में संचालित हो रहे 12 खेलों में से मात्र एक खेल पर ही नियमित कोच नियुक्त हैं। जिला खेल कार्यालय से वर्तमान में हॉकी, एथलेटिक्स, फुटबाल, ताइक्वांडो, बेसबाल, वालीबॉल, बाक्सिंग, टेबिल-टेनिस, क्रिकेट, बैडमिंटन व लॉन टेनिस खेलों का संचालन हो रहा है। इनमें से बैडमिंटन खेल में ही स्थायी प्रशिक्षक नियुक्त हैं। बाकी में संविदा व्यवस्था से जैसे तैसे काम चल रहा है। राज्य के तीन मुख्यमंत्रियों नित्यानंद स्वामी, भगत सिंह कोश्यारी व विजय बहुगुणा की वर्षो पूर्व की गई घोषणाओं के बाद भी लक्ष्मेश्वर स्थित डायट के मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। माध्यमिक विद्यालयों में भी खेलों की स्थिति ठीक नहीं है। कुल 310 माध्यमिक विद्यालयों में से मात्र 48 स्कूलों में खेल मैदान की सुविधा है। बाकी 262 विद्यालयों में खेल मैदान ही नहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल प्रतिभाएं हैं पर संसाधनों के अभाव में वह दम तोड़ रही हैं। जनपद में खेलों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं होने से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी एकता बिष्ट, राष्ट्रीय खिलाड़ी श्वेता वर्मा, महेंद्र सिंह धौनी व ताइक्वांडो खिलाड़ी सुरेंद्र भंडारी अन्य राज्यों की ओर से खेलने को विवश हैं।

जिला खेल कार्यालय में पदों का हाल

पद स्वीकृत कार्यरत रिक्त

जिला क्रीड़ा अधिकारी 1 1 -

उप क्रीड़ा अधिकारी 1 - 1

सहायक प्रशिक्षक 1 - -

मुख्य सहायक 1 - 1

कनिष्ठ सहायक 1 - -

ग्राउंड मैन 2 1 -

स्वच्छक 1 1 -

चौकीदार 1 - 1

सहायक माली 1 1 -

कहां है गतिरोध

-शासन व अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना रवैया

-खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति के लिए अभी तक नहीं हुई कोई ठोस पहल

क्या है समाधान

-ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए हों सकारात्मक प्रयास

- विद्यालयों में उपलब्ध कराई जाए खेल सामग्री

-हर ग्राम पंचायत में हो खेल मैदान का निर्माण

- विभिन्न खेलों के लिए अनुभवी प्रशिक्षकों की हो नियुक्ति

जिला खेल कार्यालय में रिक्त पड़े पदों के कारण प्रशासनिक कार्यो को वहन करने में दिक्कतें पेश आती हैं। खेल कार्यालय में लंबे समय से रिक्त पदों की सूचना शासन व खेल निदेशालय को हर माह भेजी जाती हैं। शासन स्तर से ही नियुक्ति होने के बाद समस्या का समाधान हो सकेगा।

-राशिका सिद्दीकी, जिला क्रीड़ा अधिकारी, अल्मोड़ा


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