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आधुनिक तकनीक से आत्मनिर्भर बने काश्तकार

संवाद सहयोगी, दन्यां: आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए यदि पहाड़ के काश्तकार कृषि और बागवानी का कार्य

By Edited By: Published: Mon, 29 Jun 2015 10:25 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2015 10:25 PM (IST)
आधुनिक तकनीक से आत्मनिर्भर बने काश्तकार

संवाद सहयोगी, दन्यां: आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए यदि पहाड़ के काश्तकार कृषि और बागवानी का कार्य करें तो वे कम जोत के बावजूद आत्मनिर्भर बन सकते हैं। काश्तकारों को वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल करके पारम्परिक खेती के बजाय नई तकनीक का प्रयोग करना चाहिए।

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यह बात अल्मोड़ा पिथौरागढ़ के सांसद अजय टम्टा ने दन्यां में आयोजित कृषि और बागवानी मेले का विधिवत शुभारंभ करते हुए काश्तकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों का आतंक पर्वतीय इलाकों में जरूर है मगर यदि हम वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग कर कृषि और बागवानी करें तो काफी हद तक समस्या का निराकरण हो सकता है। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र मटेना और पंत नगर कृषि विश्व विद्यालय के वैज्ञानिकों का आह्वान करते हुए कहा कि यहां के परिप्रेक्ष्य में तकनीक काश्तकारों को मुहैया कराएं। उन्होंने काश्तकारों से भी वैज्ञानिकों की सलाह का अनुपालन करने की अपील की। ब्लाक प्रमुख पीताम्बर पांडे ने वैज्ञानिकों का नई तकनीक लोगों को बताने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने धौलादेवी विकासखंड में मेले का आयोजन करने के लिए वैज्ञानिकों का आभार जताया। इस अवसर पर वैज्ञानिक डॉ. शर्मा, डॉ. बीडी सिंह, डॉ. दीपाली पांडे, डॉ. कंचन, राजेश कुमार, घनश्याम आदि ने अपने अपने विषय की जानकारी काश्तकारों को दी। मेले में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुभाष पांडे, पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, मनोज पंत, डीके जोशी, गिरीश जोशी, हरीश दरम्वाल सहित अनेक ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य और दर्जनों काश्तकार उपस्थित हुए।


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