राजकीय वाहन चालकों का चढ़ा पारा
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं होने से राजकीय वाहन चालक महासंघ खफा है। मह
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं होने से राजकीय वाहन चालक महासंघ खफा है। महासंघ ने कहा है कि यदि दो जुलाई तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वह तीन जुलाई से अनिश्चित हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों के हितों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महासंघ के जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह रावत ने कहा कि महासंघ काफी समय से लंबित समस्याओं के निराकरण की मांग कर रहा है, इसके बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं होने से सदस्यों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। महासंघ ने एक महीने का अतिरिक्त वेतन 100 प्रतिशत महंगाई के साथ देने, विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े वाहन चालकों के पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू किए जाने, राजकीय वाहन चालकों को 17 जनवरी, 2015 के आदेश से मुक्त किए जाने, श्रम, राजस्व व पुलिस विभाग में कार्यरत वाहन चालकों को शासनादेश के अनुसार नियमित किए जाने की मांग की है। कहा है कि यदि समय रहते महासंघ के हित में शासनादेश जारी नहीं किया गया तो वह आगामी तीन जुलाई से बेमियादी हड़ताल में जाने को बाध्य होंगे। कहा है कि चक्का जाम आंदोलन में आवश्यक सेवाओं को तीन दिन के लिए मुक्त रखा जाएगा। जिसमें जिलाधिकारी व रोगी वाहन, स्कूल बस, दुग्ध वाहन व नगर निगम व पालिका के वाहन शामिल हैं।इधर जिला मंत्री मोहन आर्या ने वाहन चालकों से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया है।