करोड़ों की योजना, फिर भी सूखे हलक
भिकियासैंण : सल्ट और भिकियासैंण ब्लाक के 204 तोकों को पेयजल मुहैया कराने के लिए स्वीकृत पेयजल योजना
भिकियासैंण : सल्ट और भिकियासैंण ब्लाक के 204 तोकों को पेयजल मुहैया कराने के लिए स्वीकृत पेयजल योजना वित्तीय पेच में फंसकर रह गई है। निर्धारित समय पूरा होने के बाद भी इस योजना का कार्य पूरा न होने के कारण यहां के लोगों के हलक तर नहीं हो पा रहे हैं।
सल्ट और भिकियासैंण ब्लाक के गांवों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से वर्षो पूर्व मानिला बरकिंडा पेयजल योजना को स्वीकृति दी गई। योजना के निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च होने थे। इस योजना को अस्तित्व में लाने के लिए रामगंगा नदी से पानी लिफ्ट कर चार टैंकों तक पहुंचाया जाना था। जहां से उसकी आपूर्ति ग्रामीण इलाकों को की जानी थी। इस योजना का निर्माण काफी पहले पूरा हो जाना चाहिए था। लेकिन सरकारी कामकाज में लेट लतीफी के ग्रहण के कारण आज भी यह योजना आधी अधूरी है। कार्यदायी संस्था जल निगम द्वारा योजना के मुख्य टैंक के अलाव खाल्यों, बूंगीधार, रतखाल और शक्ति पीठ मानिला में चार टैंकों का निर्माण कराया है। खाल्यों टैंक तक विभाग द्वारा पंपिंग का कार्य पूरा भी कर लिया है। जबकि बूंगीधार में अभी तक लाइन बिछाने का कार्य अवरुद्ध पड़ा हुआ है। रतखाल और शक्तिपीठ टैंकों का कार्य शासन से धनराशि अवमुक्त न होने के कारण अभी भी पूरा नहीं हो सका है। ग्राम प्रधान महिपाल सिंह बिष्ट ने कहा है कि जल निगम के अधिकारियों से कई बार इस योजना को दुरुस्त करने की मांग की गयी। लेकिन उन्हें आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा है कि सरकारें योजनाओं को स्वीकृति तो प्रदान करती हैं। पर समय से धनराशि अवमुक्त न होने और कछुआ गति से हो रहे निर्माण कार्यो के चलते लोगों को उनका समय पर उनका लाभ नहीं मिल पाता है।