अब मन की मानी तो होगी परेशानी
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: फीस, बस सेवा, पुस्तक व ड्रेस क्रय आदि मामलों पर पब्लिक स्कूलों की मनमानी क
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: फीस, बस सेवा, पुस्तक व ड्रेस क्रय आदि मामलों पर पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ उभर रहे जनाक्रोश पर शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया है। बकायदा मुख्य शिक्षा अधिकारी एके सिंह ने बुधवार को दो पब्लिक स्कूलों के औचक निरीक्षण की जहमत उठाई और अभिलेख देखे। उन्होंने हिदायत दी कि अभिभावकों के विश्वास में लेकर फीस वृद्धि हो तथा ड्रेस व किताबों संबंधी बाध्यता से अभिभावकों को मुक्त रखा जाय। निर्देशों की अवहेलना पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस बीच लगातार पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आवाज उठ रही है। फीस में मनमानी वृद्धि, स्कूल बसों में सुरक्षा के मानक ताक पर होने तथा अभिभावकों को निर्धारित दुकानों से ही पुस्तकें व ड्रेस क्रय करने के लिए बाध्य करने संबंधी शिकायतें आम हैं। इन्हीं शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए बुधवार को मुख्य शिक्षा अधिकारी एके सिंह दो पब्लिक स्कूलों के औचक निरीक्षण पर धमक गए। उन्होंने नगर में स्थित कूर्माचल एकेडमी व बीयरशिवा हायर सेकेंडरी स्कूल में निरीक्षण कर शुल्क संबंधी अभिलेख देखे। उन्होंने पाया कि अभिभावकों की सहमति के बगैर शुल्क में अचानक वृद्धि कर दी। यह भी पाया कि शुल्क वृद्धि करते वक्त शिक्षा का अधिकार अधिनियम का संज्ञान भी नहीं लिया। इस स्थिति पर सिंह ने असंतोष व्यक्त किया।
मुख्य शिक्षा अधिकारी ने निजी विद्यालय के प्रधानाचार्यो व प्रबंधन को निर्देश दिए कि एक सप्ताह के अंदर अभिभावकों के साथ बैठक कर शुल्क वृद्धि पर चर्चा करें और आम सहमति के अनुसार ही शुल्क में इजाफा करें। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि हर बिंदु पर अभिभावकों से चर्चा कर निर्णय से अवगत कराएं। यह भी कहा कि विद्यालयों द्वारा पाठ्य पुस्तकें व गणवेश के लिए निर्धारित दुकानों से क्रय करने की बाध्यता की जा रही है। उन्होंने इस प्रवृत्ति को तत्काल बंद कर अभिभावकों को इसके लिए स्वतंत्र करने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूल बसों में मानक के अनुसार सुरक्षा के इंतजाम करने तथा सही संचालन करने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी कि यदि निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित नहीं हुआ, तो विद्यालयों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
::::: बाक्स समाचार ::::
अतिरिक्त भवन प्रथा बंद हो
जिला शिक्षा अधिकारी के संज्ञान में आया कि कुछ निजी विद्यालयों में शिक्षण कार्य के लिए बच्चों को विद्यालय भवन से हटकर अतिरिक्त भवन में बुलाया जा रहा है। उन्होंने विद्यालयों को निर्देश दिए कि इस प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए। इसे गंभीर माना जाएगा।