महिला स्वास्थ्य कर्मियों में आक्रोश बढ़ा
अल्मोड़ा: उत्तराखंड मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी एसोसिएशन की अल्मोड़ा इकाई ने बैठक कर वि
अल्मोड़ा: उत्तराखंड मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी एसोसिएशन की अल्मोड़ा इकाई ने बैठक कर विभिन्न मांगों के लंबित रहने पर कड़ा गुस्सा प्रकट किया। समस्याओं पर मंथन करते हुए चेतावनी दी कि विभागीय अधिकारी महिला स्वास्थ्य कर्मियों के धैर्य की परीक्षा न ले। जल्द मांगों का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन की धमकी दी।
समस्याओं पर चर्चा के दौरान सल्ट, देघाट, भिकियासैंण, चौखुटिया, द्वाराहाट, ताकुला, लमगड़ा व हवालबाग ब्लाकों की महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें अभी तक संशोधित वेतनमान का एरियर नहीं मिल पाया। कहीं बिल बने हैं, तो कहीं बिल तक नहीं बन पाए। कुछ महिला स्वास्थ्य कर्मियों का पिछला वेतन रुका है, मगर इन प्रकरणों का बार-बार ध्यान खींचने पर भी निस्तारण नहीं हो पा रहा। बजट की उपलब्धता के बावजूद भुगतान नहीं होने पर रोष जताया गया। कुछ महिला कर्मचारियों ने सलेक्शन ग्रेड नहीं मिलने पर नाराजगी जताई। चेतावनी दी कि आश्वासन के अनुसार इस माह के अंत तक इन प्रकरणों का निस्तारण नहीं हुआ, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष डॉ. माया भंडारी व संचालन जिलामंत्री जानकी साह ने किया। बैठक में बसंती चौहान, माहेश्वरी रावत, आनंदी दयाल, सुशीला बिष्ट, कमला पांडे, हंसी साह, गोदावरी पाल, कमला कनवाल, धनेश्वरी साह, जीवंती रावत, प्रेमा मेहता, हंसी नेगी, सुजाता, रेखा, जरीना, दीपा जोशी, माधवी बिष्ट, किरन, दुर्गा देवी, नंदी आर्या, नीलिमा, देवकी जोशी, गायत्री जोशी, कमला मेहता, लीलावती आदि शामिल थीं।