बादल फटने से 'लाइफ लाइन' पर संकट
रानीखेत : बेमौसम आसमान से बरसी आफत ने कुमाऊं की 'लाइफ लाइन' पर संकट खड़ा कर दिया है। दिन भर रिमझिम वर
रानीखेत : बेमौसम आसमान से बरसी आफत ने कुमाऊं की 'लाइफ लाइन' पर संकट खड़ा कर दिया है। दिन भर रिमझिम वर्षा के बाद शाम को हलिहरतपा क्षेत्र में बादल फटने से हालात विकट हो गए। मूसलाधार बारिश के बीच पाडली की अतिसंवेदनशील पहाड़ी से जबर्दस्त भूस्खलन हो गया। नतीजा डेंजर जोन पाडली में हल्द्वानी-अल्मोड़ा हाईवे पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया। दो तरफ से बरसाती नालों के वेग ने राष्ट्रीय राजमार्ग का मुहाना काटना शुरू कर दिया है। देर रात तक मलबा नहीं हटाया जा सका था। इधर जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे।
पर्वतीय अंचल में रविवार को अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ गया। दिन भर रिमझिम के बाद शाम करीब चार बजे अचानक गर्जना के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। माना जा रहा है कि हाईवे के ऊपर हलिहरतपा की उच्च पहाड़ी क्षेत्र में बादल फटने से हालात बिगड़े। कैंची गांव का आबादी क्षेत्र हालांकि बच गया। देखते ही देखते पाडली की अतिसंवेदनशील पहाड़ी से बरसाती नालों का उफान जहां मलबा लेकर हाईवे पर जमा होता चला गया। वहीं पाडली की पहाड़ी दरकने से स्थिति और भयावह हो गई। भारी भूस्खलन से पूरा हाईवे मलबे से पट गया। चंद मिनटों में राष्ट्रीय राजमार्ग पर टीलानुमा मलबा जमा होने से क्षेत्र का नजारा ही बदल गया।
इधर हाईवे पर पहाड़ व मैदान आ-जा रहे दर्जनों वाहन जहां तहां फंस गए। हरकत में आए अधिशासी अभियंता मनबहादुर थापा ने तत्काल जेसीबी मशीनें मलबा हटाने के लिए मुस्तैद की लेकिन देर रात तक राजमार्ग नहीं खोला जा सका था।