बेरोजगार रानीझील में कूदा, मौत
जागरण संवाददाता, रानीखेत : नौकरी की तलाश में भटक रहे शिक्षित बेरोजगार की लाश रानीझील से बरामद हुई है
जागरण संवाददाता, रानीखेत : नौकरी की तलाश में भटक रहे शिक्षित बेरोजगार की लाश रानीझील से बरामद हुई है। अवसाद से ग्रस्त युवक संदिग्ध हालात में करीब पखवाड़े भर से लापता था। अंदेशा है कि रोजगार न मिलने के कारण ही उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस को उसके पास से सेवायोजन अधिकारी को लिखा प्रार्थना पत्र भी मिला, जिसमें उसने नौकरी के लिए आवेदन किया था।
पटवारी क्षेत्र पंतकोटुली निवासी रतन राम का पुत्र विजय कुमार (30) बीते 11 फरवरी की शाम घर से अचानक लापता हो गया था। लाख खोजबीन के बाद भी सुराग न लगा तो चिंतित परिजनों ने तीसरे दिन राजस्व चौकी में मामला दर्ज कराया था। परिजनों ने खुलासा किया कि बीएडधारक तथा अंग्रेजी में डबल एमए होने के बावजूद उसे नौकरी नसीब नहीं हुई। बेरोजगारी की मार झेलने के कारण ही यह मेधावी अवसाद में रहने लगा था।
इधर राजस्व पुलिस तलाश में जुटी ही थी कि शनिवार को रानीझील में लाश की सूचना ने सनसनी फैला दी। कोतवाल वीसी शर्मा व एसएसआइ विनोद सिंह फत्र्याल मयफोर्स मौके पर पहुंचे। शव बाहर निकाला गया। जेब में मिली डायरी में लिखे पते आधार पर पुलिस ने पंतकोटुली निवासी विजय के परिजनों से संपर्क किया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसकी शिनाख्त की। अंदेशा है कि बेरोजगारी से आजिज मेधावी ने झील में कूद जान दे दी। कोतवाल के मुताबिक उसकी जेब से सेवायोजन अधिकारी को रोजगार के सिलसिले में लिखा एक प्रार्थना पत्र भी बरामद हुआ है।
=== इंसेट===
'युवक मेधावी था और रोजगार न मिलने से वह अवसाद में रहने लगा था। मिलिट्री हॉस्पिटल में उसका उपचार भी चल रहा था। शव करीब तीन दिन पुराना है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या ही है।
- वीसी शर्मा, कोतवाल रानीखेत'